सक्षम छात्र तैयार करना हमारी जिरमेदारी !

जाधवर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स में आदर्श शिक्षक पुरस्कार समारोह में रि. एयर मार्शल भूषण गोखले ने कहा

    13-Sep-2025
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नर्हे, 12 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
सक्षम छात्र तैयार करना हमारा निजी हित है. क्योंकि, जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, देश का भविष्य छात्रों के हाथों में आ जाता है. अगर वे योग्य नहीं होंगे, तो सोचिए देश का क्या होगा. इसलिए योग्य छात्र तैयार करना हमारी जिरमेदारी है, ऐसे विचार महाराष्ट्र एजुकेशन सोसायटी (मएसो) के अध्यक्ष सेवानिवृत्त एयर मार्शल डॉ. भूषण गोखले ने रखे. वे जाधवर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स की ओर से आयोजित 9वें आदर्श शिक्षक पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रहे थे. नर्हे स्थित संस्थान के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रतिभा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. दीपक शाह, संस्थान के अध्यक्ष, प्राचार्य डॉ. सुधाकर जाधवर, उपाध्यक्ष एड. शार्दुल जाधवर, कोषाध्यक्ष सुरेखा जाधवर समेत गणमान्य उपस्थित थे. सावित्रीबाई फुले पुणे वेिशविद्यालय के आदर्श कुलपति पुरस्कार प्राप्त प्रो. डॉ. सुरेश गोसावी ने ऑडियो-विजुअल माध्यम से उपस्थित लोगों से संवाद किया. इस समारोह में सीओईपी प्रौद्योगिकी वेिशविद्यालय के प्रो. डॉ. सुनील भिरुड को आदर्श कुलपति, पुणे जिला परिषद माध्यमिक विभाग शिक्षा अधिकारी प्रो. भाऊसाहेब कारेकर को आदर्श शिक्षण सेवक, दौंड स्थित दत्त कला शिक्षण संस्था के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. रामदास झोल को आदर्श संस्थापक, अमरावती स्थित मातोश्री विमलाबाई देशमुख महाविद्यालय की डॉ. स्मिता देशमुख को आदर्श प्राचार्य और कर्वे सामाजिक विज्ञान संस्थान के प्रो. चेतन दीवान को आदर्श प्राध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया गया. यह कार्यक्रम हर साल संस्था के उपाध्यक्ष एड. शार्दुल जाधव के जन्मदिन और शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित किया जाता है. डॉ. दीपक शाह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से एक नई शिक्षा प्रणाली आ रही है. यह प्रणाली छात्रों को न केवल अच्छे अंक लाने वाले बल्कि बेहतर इंसान भी बनाएगी. यह नीति शिक्षा में आमूल-चूल परिवर्तन लाएगी और शिक्षकों को इन परिवर्तनों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा. एड. शार्दुल जाधवर ने कहा कि जब तक सुसंस्कृत शिक्षा प्रणाली नहीं बनेगी, सुसंस्कृत विद्यार्थी नहीं बनेंगे. शिक्षकों के महत्व को समझना, उन्हें सम्मान देना और उनका सम्मान बनाए रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है.