चंद्रपुरम पाेन्नुसामी राधाकृष्णन ने शुक्रवार काे देश के 15वें उपराष्ट्रति पद की शपथ ली. राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में आयाेजित एक समाराेह में राधाकृष्णन काे पद की शपथ दिलाई.इससे पहले राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति निर्वाचित हाेने से संबंधित निर्वाचन आयाेग का प्रमाणपत्र पढकर सुनाया गया.इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ काेविंद, पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड, वेंकैया नायडू, हामिद अंसारी, लाेकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री प्रकाश नड्डा, नितिन गडकरी और कई अन्य केन्द्रीय मंत्री तथा अनेक गणमान्य व्यक्ति माैजूद थे. धनखड़ के स्वास्थ्य कारणाें से इस्तीफा देने के बाद 9 सितंबर काे उप राष्ट्रपति का चुनाव कराया गया था.
इस चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदावार रहे राधाकृष्णन निर्वाचित घाेषित किये गये थे. उन्हाेंने विपक्ष के उम्मीदवार बी.सुदर्शन रेड्डी काे 152 मताें के बड़े अंतर से हराया. उन्हें 1996 में तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सचिव नियुक्त किया गया. वह 1998 में काेयंबटूर से पहली बार लाेकसभा के लिए चुने गए. वर्ष 1999 में वे पुन: लाेकसभा के लिए चुने गए. सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दाैरान, उन्हाेंने कपड़ा संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. वह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमाें (पीएसयू) संबंधी संसदीय समिति और वित्त संबंधी परामर्शदात्री समिति के भी सदस्य रहे. वह स्टाॅक एक्सचेंज घाेटाले की जांच करने वाली संसदीय विशेष समिति के सदस्य भी थे. राधाकृष्णन ने 2004 में, संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा काे संबाेधित किया.
वह भारत से ताइवान गए पहले संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी थे. राधाकृष्णन 2004 से 2007 के बीच, तमिलनाडु में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे. इस पद पर रहते हुए, उन्हाेंने 93 दिनाें तक चली 19,000 किलाेमीटर की ‘रथ यात्रा’ की. यह यात्रा सभी भारतीय नदियाें काे जाेड़ने, आतंकवाद के उन्मूलन, समान नागरिक संहिता लागू करने, अस्पृश्यता निवारण और नशीले पदार्थाें की समस्या से निपटने की उनकी मांगाें काे उजागर करने के लिए आयाेजित की गई थी. उन्हाेंने विभिन्न उद्देश्याें के लिए दाे और पदयात्राओं का भी नेतृत्व किया. राधाकृष्णन काे 2016 में, काेच्चि के काॅयर बाेर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, इस पद पर वह 4 वर्षाें तक रहे. उनके नेतृत्व में, भारत से काॅयर निर्यात 2532 कराेड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया. वह 2020 से 2022 तक, भाजपा की केरल इकाई के प्रभारी रहे.