पुणे, 14 सितंबर (आ.प्र.)
लोकमान्य नगर में म्हाडा की इमारतों के रीडेवेलपमेंट को लेकर भाजपा के शहर अध्यक्ष और स्थानीय पूर्व नगरसेवक धीरज घाटे ने स्थानीय विधायक हेमंत रासने के खिलाफ खुला विरोध किया है. स्थानीय नागरिकों ने इस डेवलपमेंट को मान्यता दी थी, लेकिन विधायक हेमंत रासने ने इस काम को स्थगित कर दिया. घाटे ने नागरिकों का पक्ष लेते हुए यह मांग की कि रीडेवेलपमेंट का काम एकल पद्धति से ही होना चाहिए और यह ज्ञापन उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंपा. इस कारण रासने और घाटे के बीच रीडेवेलपमेंट को लेकर संघर्ष पैदा हुआ है. लोकमान्य नगर में म्हाडा की इमारतों के पुनर्विकास के लिए नागरिक एकजुट हैं. कुछ इमारतों का क्लस्टर और कुछ का अलग-अलग पुनर्विकास करने के लिए डेवलपर्स भी नियुक्त किए गए हैं और इस संबंध में फ्लेक्स भी लगाए गए ह्ैं. डेवलपर्स काम शुरू करने की तैयारी कर रहे थे, तभी हाल ही में विधायक बने हेमंत रासने ने इस पूरे क्षेत्र का संपूर्ण विचार करके पुनर्विकास करने और तब तक काम को स्थगित रखने की मांग सरकार से की. सरकार ने इसे स्वीकार कर पुनर्विकास के काम को स्थगित किया. इस निर्णय के विरोध में स्थानीय नागरिकों में तीव्र नाराजगी फैल गई. पिछले एक महीने से नागरिक इस पर प्रदर्शन कर रहे हैं और रासने के साथ-साथ स्टे देने वाली सरकार का भी विरोध किया. दो दिन पहले यहां हस्ताक्षर अभियान के तहत रासने और सरकार का विरोध किया गया. इस बीच भाजपा के शहर अध्यक्ष और पूर्व नगरसेवक धीरज घाटे ने सरकार के स्टे के खिलाफ नागरिकों की मांग के अनुसार ही लोकमान्यनगर का पुनर्विकास होने का समर्थन किया. रविवार को पुणे दौरे पर मौजूद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने के दौरान घाटे ने निवेदन सौंपा. इसमें कहा गया कि मेरे प्रभाग में लोकमान्यनगर के पुनर्विकास नीति के संबंध में नागरिकों के साथ बैठक करके जल्द से जल्द इस मुद्दे का सकारात्मक समाधान निकाला जाए. पुणे के लोकमान्यनगर में विभिन्न सोसायटियों की इमारतों के पुनर्विकास का मुद्दा सामने है. नागरिक पिछले कई महीनों से इस मुद्दे पर अपनी भूमिका प्रस्तुत कर रहे ह्ैं. इसी पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया. नागरिकों की मांग है कि इमारतों का पुनर्विकास एकल पद्धति से किया जाए. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ज्ञापन स्वीकार किया और कहा कि उन्हें यह विषय ज्ञात है और जल्द ही सभी पक्षों के साथ चर्चा कर इसका समाधान निकाला जाएगा.
बड़े बिल्डरों के फायदे के लिए मतदाताओं से सौदा करने वालों को जगह नहीं देंगे शहर के नई सदाशिव पेठ के इस केंद्रीय क्षेत्र में लोकमान्य नगर की कुछ एकड़ में स्थित म्हाडा की इमारतों के पुनर्विकास के लिए शक्तिशाली डेवलपर्स सक्रिय हैं. ये डेवलपर्स सत्ता में भाजपा के बड़े नेताओं के करीबी माने जाते हैं. यदि लोकमान्यनगर का एकीकृत विकास किया गया, तो इन डेवलपर्स और बड़े नेताओं के साथ-साथ स्थानीय नेताओं को बड़ा लाभ मिलेगा. इसलिए नागरिकों की मांगों को नजरअंदाज कर वर्तमान पुनर्विकास समझौतों को रद्द करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. नागरिकों ने चेतावनी दी है कि वे अपने मतों का सौदा करने वालों के खिलाफ अंतिम क्षण तक विरोध करेंगे और आगामी चुनावों में ऐसे प्रतिनिधियों को अपनी जगह दिखाएंगे, जो उनके मतों का सम्मान नहीं करेंगे.