राज्य में मराठा, ओबीसी और बंजारा आरक्षण काे लेकर चल रही बहस के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने आरक्षण काे लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्हाेंने कहा, मैं इसे ईश्वर की सबसे बड़ी कृपा मानता हूं कि ब्राह्मण समुदाय काे आरक्षण नहीं दिया गया. उन्हाेंने यह भी स्पष्ट किया कि व्यक्ति जाति से नहीं, बल्कि अपनी उपलब्धियाें से महान बनता है. वह नागपुर में एक कार्यक्रम में बाेल रहे थे.मंत्री ने कहा कि मैं ब्राह्मण हूं, लेकिन मैं जाति काे नहीं मानता. व्यक्ति जाति, धर्म या लिंग से नहीं, बल्कि अपने गुणाें और उपलब्धियाें से महान बनता है. उन्हाेंने उत्तर प्रदेश और बिहार के ब्राह्मण समुदाय का ज़िक्र करते हुए कहाकि वहां दुबे, त्रिपाठी, मिश्रा आदि ब्राह्मण प्रभावशाली हैं, जबकि महाराष्ट्र में ब्राह्मणाें काे ज़्यादा महत्व नहीं मिला है.
यह समुदाय हथकरघा और पाॅवरलूम साड़ियाें के लिए प्रसिद्ध था. इस पहचान काे पुनर्जीवित करने के लिए, धापेवाड़ा में ‘धापेवाड़ा टेक्सटाइल’ नामक एक कारखाना स्थापित किया जा रहा है. यहां उत्पादित साड़ियाें की प्रिंटिंग झारखंड में हाे रही है और इनकी मांग बढ़ी है.उन्हाेंने आशा व्यक्त की कि यह परियाेजना अगले छह महीनाें में पूरी हाे जाएगी. साथ ही, गड़करी ने बताया कि अभिनेत्री हेमा मालिनी काे इस परियाेजना के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है और उन्हाेंने धापेवाड़ा में बनी साड़ियां पहनकर आने का अनुराेध स्वीकार कर लिया है.