जीएसटी रिफाॅर्म से लाेगाें के ढाई लाख कराेड़ रुपये बचेंगे !

    22-Sep-2025
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GST 
 
जीएसटी रिफाॅर्म से लाेगाें के ढाई लाख कराेड़ रुपये बचेंगे. यह प्रतिपादन प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी देश के नाम अपने संबाेधन में दावा करते हुए कहा. उन्हाेंने कहा-जीएसटी रिफाॅर्म से लाेगाें के ढाई लाख कराेड़ रुपये बचेंगे. आज से शुरू हुए जीएसटी कटाैती काे ऐतिहासिक बताते हुए माेदी ने कहातमाम आम उपभाेग की वस्तुएं सस्ती हाेंगी.लाेगाें का सपना अब साकार हाेगा, माेदी ने कहा सभी राज्य स्वदेशी पर जाेर दें, इससे छाेटे-बड़े मंझले उद्याेगाें काे लाभ हाेगा. खासकर छाेटे दुकानदाराें काे डबल फायदा हाेगा. जीएसटी कम हाेने से 99 प्रतिशत चीजें सस्ती हाेंगी. इस फेस्टिव सीजन में हर परिवार का मुंह मीठा हाेगा. 22 सितंबर काे सूर्याेदय के साथ ही जीएसटी बचत उत्सव शुरू हाे जाएगा.
 
इसका फायदा सभी वर्गाें काे हाेगा. साथ ही पीएम ने जनता से अपील करते हुए कहा- वही सामान खरीदें जिसे बनाने में देशवासियाें का पसीना लगा हाे. पीएम ने 20 मिनट के संबाेधन में जीएसटी रिफाॅर्म, आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी पर जाेर दिया. उन्हाेंने राज्य सरकाराें से अपील की कि स्वदेशी के अभियान के साथ मैन्युफैक्चरिंग काे गति दें. निवेश के लिए माहाैल बनाएं. केंद्र और राज्य मिलकर आगे बढ़ेंगे तभी सपना पूरा हाेगा. पीएम माेदी ने कहा- नवरात्रि के पहले दिन से देश आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए एक बड़ा कदम उठा रहा है. आज 22 सितंबर काे सूर्याेदय के साथ ही नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी लागू हाे जाएंगे. एक तरह से आज से देश में जीएसटी बचत उत्सव शुरू हाे गया है.
 
जीएसटी उत्सव में आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पसंद की चीजें खरीद पाएंगे. माेदी ने कहा-2014 में जब देश ने मुझे पीएम बनाया. तब लाखाें कंपनियाें काे अलगअलग तरह के टैक्स के जाल से परेशानी हाेती थी. सामानकाे एक शहर से दूसरे शहर तक पहुंचने के बीच जाे खर्च बढ़ता था, वाे गरीब उठाता था. देश काे यहां से निकालना बहुत जरूरी था. जब आपने हमें 2014 में अवसर दिया ताे हमने जीएसटी काे प्राथमिकता बनाया. हमने स्टेकहाेल्डर, राज्याें से बात की. हर समस्या का समाधान खाेजा. वन नेशन वन टैक्स का सपना साकार हुआ. पिछले 11 साल में देश में 25 कराेड़ लाेगाें ने गरीबी काे हराया है. इस साल सरकार ने 12 लाख रुपए की इनकम टैक्स फ्री करके उपहार दिया, ताे साेचिए मिडिल क्लास के जीवन में कितना बदलाव आया है. अब गरीबाें की भी बारी है. इन्हें डबल बाेनांजा मिल रहा है.