बिहार कांग्रेस ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के बाद अब एक बड़े सियासी कदम के तहत 24 सितंबर काे राजधानी पटना के सदाकत आश्रम में पाटर्की की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक आयाेजित करने जा रही है. आज़ादी के बाद यह पहला अवसर हाेगा जब कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक बिहार में आयाेजित हाे रही है, जिससे इसकी राजनीतिक अहमियत और बढ़ गई है.बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष साेनिया गांधी, लाेकसभा में विराेधी दल के नेता राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी समेत कई प्रदेशाें के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता शिरकत करेंगे.
कार्यसमिति की बैठक में लगभग 225 सदस्य, जिनमें से 32 विशेष आमंत्रित स्थायी सदस्य, 9 अग्रणी संगठनाें के प्रतिनिधि और 39 वरीय सदस्य इसमें भाग लेंगे.कांग्रेस इसे महज एक संगठनात्मक बैठक नहीं, बल्कि राजनीतिक लड़ाई की नई शुरुआत के रूप में प्रस्तुत कर रही है.बैठक की जानकारी देते हुए कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, यह बैठक बिहार के साथ-साथ पूरे भारत की दिशा तय करेगी. बेराेजगारी, महंगाई, अपराध, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और नाकामविदेश नीति जैसे मुद्दाें पर गंभीर चर्चा हाेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी पर निशाना साधते हुए उन्हाेंने आराेप लगाया कि, 11 साल की सरकार के बाद भी माेदी जी ने जनता की समस्याओं पर काेई ठाेस काम नहीं किया, क्याेंकि उन्हें ‘वाेट चाेरी’ में दिलचस्पी है. अब जनता समझ चुकी है, और ‘वाेट चाेर, गद्दी छाेड़’ का नारा बुलंद कर रही है.उन्हाेंने यह भी कहा कि कांग्रेस अब बिहार से भारत और बिहार की दूसरी लड़ाई की शुरुआत करेगी. यह लड़ाई बिहार की क्रांतिकारी जनता के सहयाेग से लड़ी जायेगी और जनता काे बताया जायेगा कि कैसे केंद्र और राज्य सरकारें मुद्दाें से ध्यान भटका रही हैं. बैठक काे लेकर सदाकत आश्रम में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और तैयारियां अंतिम चरण में हैं.