लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया डॉ. राहुल कराड को सम्मानित

11वीं कॉमनवेल्थ पार्लमेंटरी एसोसिएशन कॉन्फ्रेंस में लोकतंत्र की मजबूती के लिए प्रयासों को सराहा

    23-Sep-2025
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कोथरुड, 22 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

लोकतंत्र की मजबूती के लिए देश में नई लहर चलानेवाले, राष्ट्रीय विधायक परिषद के संस्थापक डॉ. राहुल वेिशनाथ कराड को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हाल ही में विशेष रुप से सम्मानित किया. कर्नाटक विधानसभा की ओर से बंगलुरु में पहली बार विधानसभा में आयोजित किए गए 11वीं कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन (सीपीए) इंडिया रीजन कांफ्रेंंस के उद्घाटन मौके पर डॉ. राहुल कराड को सम्मानित किया गया. इस मौके पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या, राज्यसभा के उपाध्यक्ष हरिवंश नारायण सिंह, उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार, कर्नाटक विधान परिषद के अध्यक्ष बसवराज होराट्टी और कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष यु. टी. खादर उपस्थित थे. इस कार्यक्रम में देशभर के राज्य विधान मंडलों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, अध्यक्ष और सचिव तथा लोकसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए. बसवराज होराट्टी ने कहा, यद्यपि विधानमंडल लोकतंत्र का संवैधानिक संरक्षक है, डॉ. राहुल कराड ने राष्ट्रीय विधायक परिषद (एनएलसी) का आयोजन करके विधायकों को बीच संवाद को बढ़ाया. जिस प्रकार सार्वजनिक निजी भागीदारी कई क्षेत्रों सफल रही है, उसी प्रकार लोकतंत्र के महान उद्देश्य के लिए इस क्षेत्र में हाथ मिलाने में कोई बुराई नही है. डॉ. राहुल कराड ने कहा, मैं इस सम्मान के लिए सीपीए का आभारी हूं. एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट के माध्यम से एनएलसी भारत को भारतीय विधायकों को सहयोग, संवाद और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान को सुगम बनाने के लिए एक अग्रणी मंच के रुप में स्थापित किया गया है. देश में पहली बार राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में 1,800 विधायकों ने एक दूसरे के साथ संवाद के माध्यम से विचारों पर विचार विमर्श किया.  
 
संवाद और विचार-मंथन सरल बनाने का कार्य
लोकतंत्र की मजबूती के लिए डॉ. राहुल कराड ने वर्ष 2023 में राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन का आयोजन किया. इसके तहत देश के विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायकों को उन्होंने एक मंच पर लाया. उनके बीच संवाद और विचार-मंथन को सुगम बनाया. साथ ही अमेरिका स्थित बोस्टन में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय क्षमता संवर्धन कार्यक्रम में देश के 24 राज्यों से 130 विधायकों को शामिल कराने और उनके अमूल्य योगदान के लिए भी सम्मानित किया गया.