यूपी में 1 कराेड़ से ज्यादा संदिग्ध वाेटर हाेने की आशंका जताई है. पंचायत चुनाव से पहले राज्य निर्वाचन आयाेग की जांच-पड़ताल में जुटा. और चाैंकाने वाली जानकारी उजागर भी किया. राज्य निर्वाचन आयु्नत राज प्रताप सिंह ने कहा-वाेटराें के नाम, जाति, पते तथा उम्र में काफी अंतर है. उन्हाेंने कहा कि घर-घर जाकर फिर से पूछताछ कर सूची बनाई जाएगी. कुछ महीने बाद ही यूपी में पंचायत चुनाव हाेने हैं.आयाेग काे जानकारी मिली है कि मतदाता सूची में कई फर्जी और दाेहरे नाम शामिल हाे सकते हैं. इसे देखते हुए आयाेग ने सभी जिलाें काे निर्देश जारी किए हैं कि संदिग्ध नामाें का गहन सत्यापन किया जाए. इस प्रक्रिया में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के साथ-साथ एआई तकनीक का भी उपयाेग किया जाएगा.
राज्य निर्वाचन आयाेग के अनुसार, मतदाता सूची में कई ऐसी अनियमितताएं सामने आई हैं, जिनमें एक ही पते, उम्र, लिंग या पहचान के आधार पर कई नाम बार-बार दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा, कई मतदाताओं के नाम और पते मेल नहीं खा रहे हैं, जिससे फर्जी मतदाताओं की माैजूदगी की आशंका बढ़ गई है. आयाेग का कहना है कि स्वच्छऔर निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए मतदाता सूची काे पूरी तरह शुद्ध करना आवश्यक है. आयाेग ने मतदाता सूची काे शुद्ध करने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया है. इसके तहत बीएलओ काे घर-घर जाकर मतदाताओं के विवरण की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. बीएलओ मतदाताओं के नाम, पते, उम्र और पहचान पत्राें का सत्यापन करेंगे.