पुणे, 3 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
सम्मान के गणपति का विसर्जन जुलूस में लगने वाले लंबे समय और इससे होने वाली अव्यवस्था पर हर साल उठने वाली आलोचनाओं को टालने के लिए पुणे पुलिस ने इस बार विस्तृत योजना बनाई है. इसके तहत कसबा गणपति का जुलूस सुबह 9:30 बजे शुरू होगा और दोपहर 2:45 तक तिलक चौक पहुंचेगी. प्रत्येक सम्मान के गणपति को औसतन 5 से 6 घंटे का समय दिया गया है. योजना के मुताबिक, श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति का आगमन बेलबाग चौक पर शाम 4 बजे होगा. प्रत्येक मंडल के साथ अधिकतम 2 ढोल- ताशा पथक रहेंगे और प्रत्येक पथक में वादक एवं सहायक मिलाकर 60 सदस्य होंगे. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि यह सभी निर्णय गणेश मंडलों को वेिशास में लेकर लिए गए हैं.
केसरीवाड़ा मंडल के बाद महापालिका गणपति मंडल और त्वेष्ठा कासार गणपति दोपहर 1 बजे तक बेलबाग चौक से आगे बढ़ेंगे. इसके बाद शिवाजी रोड और लक्ष्मी रोड के मंडल 3:45 बजे तक मुख्य जुलूस में शामिल होंगे. शाम 5:30 से 7 बजे तक जिलब्या मारुति, हुतात्मा बाबू गेनू, श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी और अखिल मंडई मंडल का जुलूस होगी. रात 7 बजे के बाद विद्युत रोशनी से सजे मंडल शामिल होंगे.
जुलूस का समय-निर्धारण
कसबा गणपति 10:15 से 2:45 (5 घंटे 15 मिनट) तांबड़ी जोगेेशरी 10:30 से 3:00 (5 घंटे 15 मिनट) गुरुजी तालीम 11:00 से 3:30 (5 घंटे 30 मिनट) तुलसीबाग 11:30 से 4:00 (5 घंटे 45 मिनट) केसरीवाड़ी 12:00 से 4:30 (6 घंटे) दगडूशेठ हलवाई 4:00 से 7:30 (3 घंटे 30 मिनट)
ये रहेंगे विशेष नियम
सम्मान के गणपति के जुलूस में तिलक पुतला मंडई से बेलबाग चौक तक कोई ढोल-ताशा पथक वादन नहीं करेगा. ढोल-ताशा की अनुमति केवल बेलबाग चौक से दी जाएगी. प्रत्येक मंडल को केवल डीजे या ढोल-ताशा पथक में से एक की अनुमति होगी. कोई भी ढोल-ताशा पथक स्थिर वादन नहीं करेगा. तिलक रोड, कुमठेकर रोड और केलकर रोड पर कोई भी मंडल सुबह 10:30 बजे से पहले अपना जुलूस शुरू नहीं करेगा.