‌‘मैत्रीचा गणपति‌’ सद्भाव और एकता का उत्सव

    05-Sep-2025
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 तिलक रोड, 4 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)


गणेशोत्सव केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं बल्कि वास्तव में सामाजिक एकता, सौहार्द और सभी वर्गों के लोगों के एकीकरण का एक महत्वपूर्ण उत्सव है. लोकमान्य तिलक ने इस उत्सव को सार्वजनिक रूप दिया, यही इसके पीछे मुख्य उद्देश्य था. आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में, हर कोई अपने-अपने कामों में व्यस्त रहता है. इसलिए, उन्हें एक-दूसरे से संवाद करने या मिलने का समय नहीं मिल पाता. ऐसे में गणेशोत्सव एक कड़ी का काम करता है. इसी भावना से सिद्धि ग्रुप द्वारा ङ्गमैत्रीचा गणपतिफ की अवधारणा 18 वर्षों से की जा रही है. सिद्धि ग्रुप के मनोज छाजेड़, मुकेश छाजेड़, डॉ. प्रीति छाजेड़ अगली पीढ़ी के सिद्धांत छाजेड़, साक्षी छाजेड़ और नीरज कांकरिया के साथ मिलकर आयोजन करते हैं.

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 आजकल, कई लोग शिकायत करते हैं कि लोग तब तक एकत्रित नहीं होते जब तक कि कोई काम न हो. मतलब बातचीत भी सिर्फ काम, व्यापार, लेन-देन, टर्नओवर के बारे में ही होती है. हालांकि, ‌‘मैत्रीचा गणपति‌’ इसका अपवाद हैं. श्री गणेशोत्सव के दौरान विभिन्न वर्गों के लोग तिलक रोड स्थित सिद्धि ग्रुप के कार्यालय में एकत्रित होते हैं. यहां श्री गणेश के दर्शन के साथ एक-दूसरे से दिल से दिल की बातें होती है. पुरानी यादें ताजा होती हैं.



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नए रिश्ते बनते हैं. सकल जैन संघ, जीतो, लायंस क्लब, मार्केटयार्ड के व्यापारियों समेत विभिन्न वर्गों में पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी, बिजनेसमन, डॉक्टर, सामाजिक-राजकीय नेता और सिद्धी फाउंडेशन परिवार के सदस्य भी यहां भेंट करते हुए इस अनोखे उत्सव में शामिल होते हैं. हर साल, कई लोग इस विशेष पहल ‌‘मैत्रीचा गणपति‌’ का इंतजार करते हैं. छाजेड़ परिवार भी भव्य और सुंदर योजनाएं बनाता है, जो पारिवारिक जुड़ाव को बनाए रखती हैं और स्नेह के बंधन को मजबूत करती हैं.