हाथरस केस : 4 आराेपियाें में से एक नाबालिग निकला

    21-Oct-2020
Total Views |

jail _1  H x W:
 
CBI ने सस्पेंड पुलिसकर्मियाें से पूछे सवाल : दस्तावेजाें की अनदेखी करने का आराेप
 
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती से कथित गैंगरेप और उसकी माैत के केस की जांच CBI कर रही है. इस बीच, CBI के हाथ एक ऐसा सबूत हाथ लगा है, जाे इस केस में शुरुआत से ही सवालाें में घिरी पुलिस के खिलाफ है. अलीगढ़ जेल में बंद चाराें आराेपियाें में से एक नाबालिग निकला है. इसका खुलासा उसके घर से बरामद हाईस्कूल की मार्कशीट से हुआ है. मार्कशीट सामने आने के बाद CBI ने घटना के बाद सस्पेंड हुए पुलिसकर्मियाें से पूछताछ की है. 
 
आराेपी ने 2018 में जेएस इंटर काॅलेज से हाईस्कूल की परीक्षा पास की है. मार्कशीट पर उसकी जन्मतिथि 2 दिसंबर 2002 लिखी है. ऐसे में अभी उसकी उम्र 17 साल 10 माह है. 14 सितंबर काे जब वारदात हुई तब वह 17 साल 9 महीने 12 दिन का था. इसके बावजूद उसे अन्य आराेपियाें की तरह जेल भेज दिया गया. ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि, जेल भेजने से पहले क्या उसकी मेडिकल जांच नहीं हुई थी? अब पुलिस पर दस्तावेजाें काे दरकिनार करने का आराेप लग रहा है.
 
मंगलवार काे साढ़े 12 बजे CBI की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची. यहां चश्मदीद छाेटू काे बुलाकर पूछताछ की गई. पीड़िता के भाई ने बताया कि, सीबीआई ने उनसे पूछा है कि काेई परेशानी ताे नहीं है. घटना के बारे में किसी तरह की और पूछताछ नहीं की. सीबीआई छत पर गई और कुछ जांच की. पीड़ित के भाई ने एक आराेपी नाबालिग हाेने के मामले में कुछ भी बाेलने से मना कर दिया. इस दाैरान आराेपियाें के घर से पीड़ित के घर की दूरी काे भी नापी गई है
 
.