गुजरात में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए 26 मार्च को होने वाले चुनाव में कांग्रेस हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर चिंतित है। पार्टी कदो दिन में 34 विधायकों को जयपुर भेज चुकी है। शनिवार को 14 विधायक जयपुर पहुंचे थे। आज शाम 20 और विधायक यहां पहुंचे। बदलते घटनाक्रम के बीच रविवार को कांग्रेस के 5 विधायकों प्रवीण मारू, मंगल गावित, सोमाभाई पटेल, जेवी काकड़िया और प्रद्युम्न जडेजा ने इस्तीफा दे दिया है।
सभी विधायकों को एक रिजॉर्ट में ले जाया गया है। विधायकों को मोबाइल न रखने की हिदायत दी गई है। वे परिवार या परिचित से मुलाकात भी नहीं कर सकते। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को कांग्रेस हाईकमान सबसे सुरक्षित मानकर चल रही है।
शनिवार को अहमदाबाद से जयपुर लाए गए 14 विधायक दिल्ली रोड स्थित शिव विलास के कमरों में ठहरे हैं। इनमें से तीन विधायक घूमने-फिरने के लिए होटल से निकले शेष 11 विधायकों ने होटल के कमरों में ही दिन गुजारा। विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी रविवार दोपहर शिव विलास पहुंचे। विधायकों का प्रबंधन संभालने की जिम्मेदारी उन्हें मिली है। जोशी ने कहा कि देशभर में कांग्रेस विधायकों को धमकाया जा रहा है। विधायक दहशत में है। इस वजह से राजस्थान में इन्हें एक अच्छा माहौल और सुरक्षा प्रदान की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि किसी भी विधायक का फोन नहीं जब्त किया गया है। विधायक घूमने-फिरने जा रहे हैं।
गुजरात से यहां आए 20 में से 19 विधायकों के नाम सामने आए हैं। इनमें धोराजी विधायक ललित वसोया, पाटन से किरीट पटेल, सोमनाथ से विमल चुडासमा, मंगरोल से बाबू वाजा, गांधीनगर उत्तर से सी जे चावड़ा, मोदासा से राजेंद्र ठाकोर, देवदार से शिवा भूरिया, जसु पटेल, दासादा से नौसाद सोलंकी, कलावाड़ से प्रवीण मुछडीया, तलाजा से कनु बारैया, आनंद से कांति परमार, कपाड़वंज से कालू डाभी, झालोद से भावेश कटारा, दाहोद से वजे सिंह पाणेद्रा, गरबादा से चंद्रिका बारैया, पदरा से जसपाल ठाकोर, करजान से अक्षय पटेल, संदेश सोलंकी शामिल हैं।