बढा हुआ कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग की निशानी है | मुख्य रूप से यह वसायु्नत पदार्थों के अधिक सेवन से बढता है | मगर आधुनिक जीवनशैली और खानपान की गलत आदतें इसके लिए सर्वाधिक जिम्मेदार हैं. कई बार यह समस्या वंशानुगत होती है |
क्या है कालेस्ट्रॉल : यह हल्के पीले रंग का चिपचिप पदार्थ है, जो धमनियों और शिराओं में एकत्र हो जाता है | शरीर इसका इस्तेमाल नई कोशिकाओं के निर्माण में करता है, लेकिन ज्यादा जमा होने पर इससे र्नतसंचार में रुकावट पैदा होती है और हाई ब्लडप्रेशर रहने पर हाट अटैक की आशंका बढ जाती है |
ऐसे नियंत्रित करें
- प्रतिदिन प्रात: अंकुरित अनाज, मुट्ठी भर जरूरत खाएं.
- खाने में सोयाबीन या जैतून के तेल का प्रयोग करें.
- लहसुन, प्याज का सेवन प्रतिदिन करें. नींबू और आंवला प्रतिदिन किसी न किसी रूप में लें.
- शराब का सेवन न करें.
- रात के समय दो चम्मच धनिया एक गिलास पानी में भिगो दें. प्रात: हिलाकर पी लें. धनियां भी चबाकर निगल जाएं.
- बादाम व अखरोट में ओमेगा-३ फैटी एसिड होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होते हैं.
- वजन बढने न दें. इससे भी कोलेस्ट्रॉल बढता है.
- कई शोधों में साबित हो चुका है कि तनाव के कारण कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ जाता है. इसलिए तनावमु्नत रहें.
- प्रतिदिन नियमित रूप से व्यायाम करें. खेलना, तैरना, टहलना, साइकिल चलाना भी व्यायाम का तरीका है.
- तले-भुने पदार्थों की जगह फल या फलों के रस का सेवन करें.