कहा-अब धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगाया जाना बहुत ही जरूरी
राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज जमात के कार्यक्रम से पूरे देश की हालत चिंताजनक हो गई है. आयोजकों को यह कार्यक्रम टालना चाहिए था. उन्होंने कहा कि इससे सबक लेते हुए अब धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगाया जाना आवश्यक है. शरद पवार ने फेसबुक लाइव के जरिए महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया. पवार ने कहा दिल्ली से जानकारी मिली कि यह अलग-अलग जगह बढ रहा है. कई तरह की सूचना सीएम उद्धव ठाकरे और राजेश टोपे की ओर से दी गई है. सिर्फ १० प्रतिशत लोग अब भी नहीं मान रहे है कि सोशल डिस्टेंस रखना है. इसलिए अगर जरूरत हुई तो आर्मी की मदद ली जा सकती है. पवार ने ८ अप्रैल को होने वाले मुस्लिम समाज के सब्बे बारात व १४ अप्रैल को डॉ. बाबासाहेब जयंती के कार्यक्रम में भीड न करने की अपील की है. उन्होंने मुस्लिम समाज को घर में ही नमाज पढने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अगले दो सप्ताह तक लोग घर में रहकर सरकारी निर्देशों का पालन करें. शरद पवार ने कहा कि सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन ९० फीसदी लोग कर रहे है। सिर्फ १० फीसदी लोग इन नियमों का पालन नहीं कर रहे है। इससे कोरोना जैसा संसर्गजन्य रोग को लेकर स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. पवार ने कहा कि देश में अनाज की कमी नहीं है. भाजी व फल तथा जीवनावश्यक वस्तुएं भी प्रचुर मात्रा में है। लेकिन फिर भी लोग दुकानों पर भीड लगा रहे है । इससे लॉकडाऊन का मकसद साध्य नहीं हो पा रहा ह |