तब्लीगी जमात के ४०० लोग कोरोना पॉजिटिव मिल

    03-Apr-2020
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निजामुद्दीन के मरकज में हुए जलसे से लौटे थे : देशभर में तब्लीगी लोगों की तलाशी व क्वारंटाइन का काम जारी
 
देशभर में मिले पॉजिटिव पेशेंट्स में से ४०० ऐसे है। जिनका संबंध निजामुद्दीन स्थित मरकज में हुए जलसे से है. इस दौरान तब्लीगी जमात के ९००० लोगों की पहचान की जा चुकी है, जिन्हें क्वारंटाइन में रखा गया है. तब्लीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद ने नया वीडियो जारी करके अपना बचाव करते हुए कहा है कि सब लोग अपने घरों में रहें व सरकार के आदेशों का पालन करें.
 
जबकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि लॉकडाउन का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है, इससे मजदूरों-गरीबों को परेशानी हुई. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना ने धर्म और आस्था पर भी हमला किया है. उन्होंने राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आदेश दिया है कि वे कोरोना के खिलाफ लडाई में धर्मगुरुओं को भी साझीदार बनाएं. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना से निपटने हेतु इसकी चेन को तोडने में २ से ४ सप्ताह या एक महीने का समय लगने की आशंका जताई है.
 
पॉजिटिव लोगों की संख्या बढती जा रही है. पूरे निजामुद्दीन इलाके को सैनिटाइज किया जा रहा है. राजधानी दिल्ली में एम्स के एक व प्राइवेट हॉस्पिटल के एक कुल दो डॉ्नटर भी पॉजिटिव पाए गए है. दिल्ली में कुल ८ डॉ्नटर्स पॉजिटिव पाए गए है। दिल्ली में बुधवार को पाए गए ३२ नए मरीजों में से २९ तब्लीगी जमात के है। यह जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सत्येंद्र जैन ने दी है. इस दौरान पूरे देश में तब्लीगी जमात के लोगों की तलाश और उनको क्वारंटाइन करने का काम पुलिस द्वारा जारी है.
 
विस्तार से मिली जानकारी के अनुसार देश में कोरोना वायरस का मामला लगातार बढता ही जा रहा है. संक्रमण का केंद्र बन चुके दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज के तब्लीगी जमात के जलसे में हाल में शामिल हुए देशभर के करीब ९००० लोगों की पहचान कर क्वारंटाइन किया जा चुका है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश भर में मिले १९६५ पॉजिटिव केस में से ४०० निजामुद्दीन मरकज से जुडे हुए है। देश भर में तब्लीगी जमात के जिन ९००० लोगों की पहचान की गई है, उनमें से १३०० लोग विदेशी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के मुताबिक बीते २४ घंटों में कोरोना के ३२८ नए मामले सामने आए है। इससे संक्रमित १२ लोगों की जान गई है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि १५१ लोग स्वस्थ हो चुके है। लव अग्रवाल ने एक तब्लीगी जमात से जुडे लोगों के कोरोना संक्रमण का आंकडा पेश करते हुए बताया कि तमिलनाडु से १७३, राजस्थान से ११, अंडमान निकोबार से ९, दिल्ली से ४७, तेलंगाना से ३३, आंध्र प्रदेश से ६७, असम से १६, जम्मू-कश्मीर से २२ और पुदुचेरी से दो पॉजिटिव केस मिले है। मुंबई के धारावी से मिले मामले पर लव अग्रवाल ने कहा कि उस घर को सील कर दिया गया है. बिल्डिंग में रहने वाले सभी लोगों का सैपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है. हम इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे है। कि किसके संपर्क में आने से यहां संक्रमण फैला है.
 
देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ रहे है। ऐतिहासिक आंकडों पर एक नजर इस तथ्य की ओर इशारा करती है कि पिछले एक हफ्ते में भारत में मामले दोगुने से अधिक हो गए है। पिछले गुरुवार को देश में कोविड -१९ के मामले ७०० से कम थे. इस गुरुवार को कोरोना के लगभग २,००० मरीज हो गए है। आंकडों में १,७६४ सक्रिय मामले, १५० में सुधार और ५० मौतें शामिल है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना के प्रभाव को कम करने के बारे में बात की और कहा कि कोरोना के बढते कर्व को मोडने में २ से ४ सप्ताह तक का समय लग सकता है. मंत्री ने कहा, केवल कुछ छिटपुट मामले सामने आए है। जो राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक सामुदायिक प्रसार को इंगित नहीं करते है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की कि ३१ मार्च से १ अप्रैल के बीच भारत में ४३७ नए कोविड -१९ मामले दर्ज किए गए है। पिछले १२ घंटों में देश भर में १३१ नए कोरोना वायरस मामले सामने आए है। हर्षवर्धन ने कहा कि- सामुदायिक प्रसारण के लिए विश्व स्तर पर स्वीकृत परिभाषा अभी स्पष्ट नहीं है. अभी, भारत में ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने वाले या ऐसे संपर्कों से संबंधित मामले है। राष्ट्रीय स्तर पर केवल कुछ छिटपुट मामले सामने आए है। जो व्यापक सामुदायिक प्रसार का संकेत नहीं देते है। कुछ मामलों के समूह है। जिन्हें क्लस्टर रोकथाम रणनीतियों के माध्यम से प्रबंधित किया जा रहा है. हमारे काम में जानकारी के साथ, यह प्रतीत होता है कि इस समय समुदाय में कोविड -१९ का कोई व्यापक प्रसारण नहीं है. हालांकि, हम आत्मसंतुष्ट होने से बहुत दूर है । और हम सामाजिक गडबडी को रोकने के लिए कडे पालन सुनिश्चित कर रहे है । लॉकडाउन सुनिश्चित कर रहे है। और समुदायों को सामाजिक दूरी की रणनीतियों के लिए प्रेरित कर रहे ह