'कचरामुक्त शहर स्पर्धा' के नतीजों ने खोली मनपा के दावों की पोल

AajKaAanad    22-May-2020
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फाइव स्टार रेटिंग का प्रस्ताव केंद्र सरकार द्वारा खारिज : सत्ताधारी भाजपा खेमे में मायूसी
 
केंद्र सरकार की 'कचरामुक्त शहर स्पर्धा' में पिंपरी-चिंचवड मनपा पांच में से एक भी स्टार प्राप्त नहीं कर सकी. इससे स्पष्ट हो गया है कि करोडों रुपए के खर्च के बावजूद शहर अस्वच्छ ही है. स्वच्छता को लेकर प्रशासन द्वारा किए गए बडे-बडे दावे भी झूठे साबित हो गए हैं.. साथ ही मनपा में सत्तारूढ होने के बाद लगातार कचरामु्नत शहर स्पर्धा में मनपा के असफल रहने से बीजेपी को भी भारी झटका लगा है.
 
मनपा में एनसीपी की सत्ता के दौरान पिंपरी-चिंचवड को मबेस्ट सिटीफ पुरस्कार से नवाजा गया था. स्वच्छता में २०१६ में पिंपरी-चिंचवड ने राज्य में प्रथम तथा देश में ९वां क्रमांक प्राप्त किया था. उसके बाद २०१७ में पिंपरीचिंचवड ९वें क्रमांक से गिरकर ७२वें क्रमांक पर पहुंच गया था. उसके बाद २०१९ में शहर को देश में ५२वां तथा राज्य में १३वें क्रमांक पर रखा गया था. स्वच्छता पर लाखों रुपए के खर्च के बावजूद स्वच्छता के विषय में शहर का लगातार पतन हो रहा है. अब इसके ही एक भाग 'कचरामुक्त शहर स्पर्धा' में भी शहर कचरा ही साबित हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कॉन्सेप्ट पर चलाई जा रही मस्वच्छ भारत मुहिमफ के अंतर्गत हर साल स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए देश के बडे शहरों में 'स्वच्छता स्पर्धा' ली जाती है. इस वर्ष से इस स्पर्धा में स्टार रेटिंग शुरू की गई थी. इस स्पर्धा में फाइव स्टार, थ्री स्टार व वन स्टार का समावेश किया गया था. देशभर के १,४३५ शहरों ने स्टार रेटिंग हेतु प्रस्ताव भेजे थे. इस रेटिंग के लिए कचरा प्रक्रिया, संकलन व विलगीकरण आदि शत-प्रतिशत अनिवार्य शर्तें निर्धारित की गई थीं. साथ ही नदी-नाले व शहर के तालाबों की स्वच्छता के लिए किए जा रहे काङ्र्मों को भी शामिल किया गया था. इसके लिए पिंपरी-चिंचवड मनपा ने संबंधित विभाग को कार्यरत करते हुए लाखों रुपए खर्च किए. मनपा ने फाइव स्टार रेटिंग के लिए प्रस्ताव भेजा था, मगर देश के अन्य शहरों की तुलना में स्वच्छता हेतु निर्धारित शर्तें पिंपरीचिंचवड मनपा पूर्ण नहीं कर सकी. कचरामु्नत शहरों के लिए इस स्पर्धा में प्राप्त होने वाले मा्नर्स के आधार पर ही निर्णय लिया जाएगा. इसके चलते मनपा का क्रमांक और नीचे पहुंच जाने की आशंका है.
 
गलतियां सुधारी जाएंगी : श्रवण हडिकर
 
मनपा आयुक्त श्रवण हडिकर ने कहा- 'कचरामु्नत शहर के लिए सभी शर्तों के अनुसार मनपा द्वारा फाइव स्टार रेटिंग के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, मगर उनमें से दो शर्तें पूरी नहीं हो सकीं, इसलिए फाइव स्टार रेटिंग नहीं दी गई. उनमें डफिलफ (कचरा जमीन में सोखना) तथा कचरे के प्रबंधन की दैनिक प्रक्रिया में अडचन की बात कही गई थी. प्रतिदिन कितने कचरे पर प्रक्रिया की जाती है, इसका पूरे साल का डेटा तैयार था. शत-प्रतिशत कचरे पर प्रक्रिया की शर्त है और यह मनपा द्वारा यह किया भी जा रहा है. इसके चलते लगता है कि जांच में कुछ गलती हुई है. इस विषय में अच्छी तरह छानबीन की जाएगी. यदि कोई गलती पाई गई तो उसे सुधारा जाएगा.'