गणेश मंडलों का निर्णय स्वीकार करेगा ढोल-ताशा महासंघ

AajKaAanad    27-May-2020
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ढोल-ताशा लोकसंगीत है. लेकिन कोरोना के मद्देनजर गणेश मंडलों ने गणेशोत्सव की अवधि के लिए जो निर्णय लिया है ढोल-ताशा टीम उसका पालन करेगी. राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन उत्सव की अवधि में जो नियम व शर्तें लागू करेगी, उसका पूरा-पूरा पालन ढोल-ताशा पथक द्वारा किया जाएगा. ढोल-ताशा पथक भी समाज का एक हिस्सा है. पथक के वादकों ने लोकसेवा को प्राथमिकता दी है. पुणे शहर व जिले को मिलाकर १७० ढोल-ताशा पथक का रजिस्ट्रेशन ढोल-ताशा महासंघ में है. पुणे के मान के गणेश मंडलों की बैठक में सादगीपूर्वक गणेशोत्सव मनाने की घोषणा की गई है. इसके मद्देनजर ढोलताशा महासंघ के पदाधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक की. बैठक में पुणे शहर में कोरोना के प्रादुर्भाव को देखते हुए पथक के वादकों ने लोकसेवा की तरफ ध्यान केंद्रित किया है. अन्नदान से लेकर र्नतदान तक विभिन्न प्रकार की समाजसेवा पथक के वादक पुणे और पिंपरी-चिंचवड में कर रहे हैं.. इस बार गणेशोत्सव २२ अगस्त से होगा. उत्सव में हर वर्ष दो महीने पहले पथकों को अभ्यास के लिए पुलिस परमिशन दी जाती है, लेकिन इस बार अब तक किसी भी पथक ने अभ्यास के लिए परमिशन नहीं मांगी है. ढोल-ताशा पथक ने अभ्यास के लिए महासंघ से मांग नहीं की है.