महाराष्ट्र में कोरोना संकट के बीच सियासी हलचल भी तेज

AajKaAanad    27-May-2020
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शरद पवार राज्यपाल से मिलने के बाद उद्धव ठाकरे से मिले : तरह-तरह की अटकल
 
पूरा देश इस समय कोरोना महामारी से निपटने में लगा हुआ है. वहीं महाराष्ट्र में इस संकट के बीच सियासत भी तेज हो गई है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मुलाकात करने के बाद मातोश्री जाकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा की. इसके बाद राजनीतिक क्षेत्रों में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.. सीएम उद्धव से मुलाकात के बाद शरद पवार ने कहा कि, ठाकरे सरकार पर कोई खतरा नहीं है. इस समय सरकार का पूरा लक्ष्य कोरोना को मात देने पर है. इधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है- महाराष्ट्र में हम केवल सरकार की मदद कर रहे हैं. और प्रमुख भूमिका में नहीं हैं.. शिवसेना प्रव्नता संजय राउत ने कहा कि, सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों को विफल कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा- यदि राष्ट्रपति शासन लगाना है तो गुजरात में लगाओ.
 
विस्तार से प्राप्त खबरों के अनुसार कोरोना संकट के बीच प्रदेश सरकार की स्थिरता को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं.. हालांकि महाविकास आघाडी के तीनों घटक दलों ने अपना रुख साफ किया है.
 
शवसेना, राकांपा और कांग्रेस के गठजोड वाली महाविकास आघाडी ने राज्य सरकार स्थिर होने का दावा किया है. मंगलवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने स्पष्ट कहा कि राज्य की ठाकरे सरकार स्थिर है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर कोई खतरा नहीं है. इस बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा ठाकरे सरकार को अस्थिर करने में जुटी है. पवार ने कहा कि ठाकरे सरकार को समर्थन देने वाली कांग्रेस और राकांपा मजबूती से सरकार के साथ खडी हैं.. उन्होंने कहा कि शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस तीनों दल एकजुट हैं..
 
पवार ने कहा कि सरकार का लक्ष्य कोरोना संकट से बाहर निकलने का है. इसके लिए पूरी ताकत लगानी है. सोमवार को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मुलाकात पर पवार ने कहा कि कोश्यारी के राज्यपाल बनने के बाद में  उनसे एक बार भी मुलाकात नहीं कर पाया था. राज्यपाल ने मुझे दो बार चायपान के लिए निमंत्रण दिया था. इसलिए मेने उनसे मुलाकात की. पवार ने कहा कि राज्यपाल ने मुझसे कहा कि मुख्यमंत्री राज्य में अच्छा काम कर रहे हैं.. आप सभी लोग एकजुट होकर काम कर रहे हैं.. इससे पहले पवार सोमवार को राज्यपाल से मुलाकात के बाद देर रात को मुख्यमंत्री ठाकरे से मातोश्री में मिलने गए थे. इससे सरकार को लेकर अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही थीं. शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी कहा कि राज्य सरकार को कोई खतरा नहीं है. राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी. अगले पांच साल बाद विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाडी मिलकर लडेगी.
 
वहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष तथा राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने कहा कि राज्य सरकार की स्थिरता को लेकर किसी प्रकार की शंका करने की जरूरत नहीं है. थोरात ने कहा कि सरकार मजबूत है. सरकार के पास संख्याबल है. सरकार अच्छा काम कर रही है. थोरात ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने के संबंध में दिल्ली और मुंबई में कोई चर्चा नहीं है. यह बातें केवल मीडिया में आ रही है. हमने भी मीडिया से सुना है. एक सवाल के जवाब में थोरात ने कहा कि कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सरकार से कांग्रेस के हटने को लेकर जो बयान दिया है वह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है. निरुपम के बयान के बारे में पाटी आलाकमान संज्ञान लेगा. मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है.