'फिर लॉकडाउन' के मद्देनजर अनाज व किराना माल खरीदने बाजारों में भीड उमडी

AajKaAanad    12-Jul-2020
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लॉकडाउन की अवधि १० दिनों से ज्यादा होने का ग्राहकों में डर : कई लोगों ने दो महीनों तक के लिए राशन खरीदा
 
पुणे में सोमवार, १३ जुलाई से दस दिनों का सख्त लॉकडाउन घोषित किये जाने से शनिवार को शहर के सभी बाजारों में ग्राहकों ने आवश्यक वस्तुओं की खरीदी हेतु देर तक भीड की थी. कई लोगों लोगों ने आशंका जताई कि भले ही लॉकडाउन की अवधि दस दिनों की हो, लेकिन इसे और बढाया जा सकता है. ग्राहकों का झुकाव अतिरिक्त किराना सामान खरीदने की ओर नजर आया तथा कइयों ने दो महीनों तक चलने लायक राशन खरीदा.
 
पिछले कुछ दिनों से शहर में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी गई है. पुणे में औसत एक हजार पॉजिटिव मरीज तथा जिले में यह आंकडा लगभग डेढ हजार तक पहुंच गया है. इसी के मद्देनजर प्रशासन ने शुक्रवार, १० जुलाई को नये सिरे से लॉकडाउन घोषित कर दिया. दूध और मेडिकल शॉप को छोडकर सभी दुकानें पहले पांच दिनों तक बंद रहेंगी. इसलिए प्रशासन ने जनता को आवश्यक वस्तुओं की खरीदी करने को कहा था. नतीजतन, ग्राहक शुक्रवार दोपहर से ही विभिन्न बाजारों में भारी संख्या में पहुंचते रहे. शनिवार, ११ जुलाई को भी पूरे दिन यही स्थिति देखी गई. दुकानें आम तौर पर सुबह दस बजे खुलती हैं.. हालांकि इससे पहले ही दुकानों के सामने ग्राहकों की भीड थी. आम तौर पर नौकरीपेशा लोगों को हर महीने की एक से दस तारीख के बीच तनख्वाह मिलती है. इस वजह से महीने के शुरुआती दिनों में किराना माल की खरीदी की जाती है, लेकिन फिर से लॉकडाउन की घोषणा होने से लोग अतिरिक्त किराना सामान खरीदते हुए नजर आये.
 
ग्राहकों के मन में डर के कारण खरीदारी अधिक
 
कई लोगों को यह लग रहा है कि यह लॉकडाउन दस दिनों से अधिक समय तक चल सकता है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि इससे पहले, जब देशभर में लॉकडाउन घोषित हुआ था तब अनाज व जीवनावश्यक चीजों की दुकानें खुली थीं, लेकिन इस बार इन दुकानों को भी बंद रखने का आदेश होने से नागरिकों के मन में डर देखा जा रहा है. इसलिए ग्राहकों ने हर महीने की जाने वाली खरीदी की तुलना में अधिक सामान खरीदा.