जल्द बंद पाइप लाइन से पानी सप्लाई करने की मांग : ८ दिनों बाद तीव्र आंदोलन की चेतावनी भी दी
एक ग्रेड मनपा में होने के बावजूद उरुली देवाची स्थित नागरिकों की पानी समस्या हल होने का नाम नहीं ले रही. कई आंदोलन किए, कई बार आवेदन दिए फिर भी मनपा की ओर से कोई ठोस उपाय नहीं निकाला गया. आखिरकार पानी समस्या से परेशान होकर ग्रामीणों ने काले रंग की फीता लगाकर पुणे मनपा का विरोध दर्शाया. महिलाओं ने भी अपने घरों के सामने तथा चौकों में हंडा लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
पानी की समस्या सुलझाने हेतु लाखों रुपए खर्च कर पुणे मनपा ने मंतरवाडी और उरुली देवाची गांव को बंद पाइप लाइन से पानी सप्लाई करने का काङ्र्म किया. काम होने के बावजूद पानी सप्लाई शुरू नहीं हुई है. मंतरवाडी में पानी आता है, लेकिन उरुली में पानी नहीं आता. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर टैंकर पर पानी के लिए होने वाली भीड टालने, पाइप लाइन से पानी सप्लाई देने की मांग ग्रामीणों द्वारा मनपा आयुक्त से की गई थी. लेकिन अब तक समस्या दूर नहीं की गई है. जिससे ग्रामीणों का स्वास्थ्य खतरे में है. इससे पहले उरुली देवाची गांव के लिए पानी की पाइप लाइन बिछाने तथा पानी की टंकी बनाने करोडों रुपए खर्च किए गए है. यह काङ्र्म भी पूरे हो गए है.
अब केवल पाइप लाइन से पानी सप्लाई शुरू करने की देर है. यह काङ्र्म जल्द करने की मांग को लेकर यह आंदोलन किया गया. ८ दिनों में पानी सप्लाई शुरू नहीं होने पर तीव्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई. इस आंदोलन का नेतृत्व उरुली देवाची गांव के पूर्व उपसरपंच अतुल बहुले, अप्पासाहेब नेवसे, प्रतीक तांगडे, जया नेवसे, पद्मावती सिंगाडे, नील नमले, भारती धर्माधिकारी एवं रूपाली तांगडे ने किया. उनके साथ बडी संख्या में ग्रामीण आंदोलन में शामिल थे.