जो ग्राहक खरीदारी के लिए आना चाहते थे उनके सा ने बैरिकेड्स की बाधाए

AajKaAanad    14-Jul-2020
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दुकानें खुली होने के बावजूद खरीदारी हेतु ग्राहकों के नहीं पहुंच पाने से कई व्यापारी परेशान रहे
 
पुणे में फिर एक बार कठोर लॉकडाऊन घोषणा आज मंगलवार (१४ जुलाई) से शुरु हो गया है. उस पृष्ठभूमि में कई नागरिक सोमवार (१३ जुलाई) को भी आवश्यक वस्तुएं खरीदने के लिये बाजार में पहुंचे. कई ग्राहकों ने शिकायत की कि उन्हें सब्जी खरीदने के लिए ज्यादा पैसे देने पडे. शनिवार और रविवार की तुलना में ग्राहकों की संख्या आज कुछ कम थी. लेकिन कुछ व्यापारियों ने शिकायत करते हुए कहा कि शहर के मध्य भाग में कई रास्ते पत्रे लगाकर बंद किये जाने से ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच सके.
 
लॉकडाउन की पृष्ठभूमि में ग्राहकों ने आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए शुक्रवार की दोपहर से ही बाजार में जाना शुरु कर दिया था. इसकी वजह से सब्जी की कीमतें, जो पिछले सप्ताह स्थिर रहीं, वह अचानक तेजी से बढी हुई दिखीं. कुछ सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि मांग बढी और तुलना में उतनी सब्जी उपलब्ध न होने से कीमतों में वृद्धि हुई. कुछ ग्राहकों के मन में यह डर आज भी दिखा की यह लॉकडाउन का अवधी शायद दस दिनों से अधिक या माह के अंत तक हो सकता है. इसलिये उन्होंने जरुरी किराने के सामान के साथ सब्जियां खरीदना पसंद किया. शहर के मध्यवर्ती इलाकों में रविवार (दि. १२ जुलाई) की रात से ही पत्रों के साथ रास्तों पर बैरिकेड्स लगाकर बंद करने का काम शुरु हुआ था. कुछ व्यापारियों ने इन अफवाहों के बीच सोमवार को अपनी दुकानें खोली थीं कि मंगलवार से शुरू होने वाले लॉकडाऊन के मद्देनजर सभी को अपनी दुकानें खोलने की अनुमति दी जाएगी. लेकिन बैरिकेडस् की वजह से कई ग्राहकों को खरीदारी के लिए बाजार आने में असुविधा हुई. कुछ दुकानदारों ने पी १-पी २ के नियमों के अनुसार आज अपनी दुकानें खोलीं थी उन्होंने इस बात पर अपनी नाराजगी व्यक्त की.
 
शहर के कुछ महत्वपूर्ण चौक और पेठों को बंद किया जा रहा है, ऐसी खबरें रविवार रात से ही सोशल मीडिया और मीडिया के द्वारा नागरिकों तक पहुंची थी. इसलिए कई ग्राहकों ने उस एरिया की दुकानों में जाना टाल दिया था. स्वाभाविक रूप से, लॉकडाऊन शुरु होने से एक दिन पहले ही व्यापारियों में ग्राहकों की प्रतीक्षा बेहद निराशाजनक रही.
 
रविवार रात से ही शहर के कई हिस्सों में बैरिकेड्स लगाने का काम शुरु हुआ था. जिसमें सोमवार पेठ, गणेश पेठ, लक्ष्मी रोड एरिया और लक्ष्मी रोड को जोडने वाले छोटे रास्तों को भी बंद कर दिया गया. तांबोली मस्जिद, सोन्या मारुति चौक, समाधान चौक, केदारी चौक के पास की सडकें, शनिवारवाडा परिसर, दगडूशेठ गणपति मंदिर के बाजू के रास्ते, रामेश्वर चौक, मंडई, नेहरू चौक, सुभानशाह दरगाह, बोहरी आली, बर्तन बाजार, तुलसीबाग, भाऊ महाराज बोल और अन्य कई सडकों पर बैरिकेड्स लगते हुए दिखाई दिये. इसके अलावा, सोमवार की रात को भी गुरुवार पेठ, फूलवाला चौक, कस्तूरी चौक, जैन मंदिर चौक, पनघंटी चौक सहित अन्य इलाकों में देर रात तक पत्रे लगाए जा सकते हैं., ऐसी चर्चा एरिया के नागरिकों में थी.
 
उल्लेखनीय है कि रविवार पेठ की दुकानों में आज पतंग की खरीदारी के लिए भीड लगी हुई थी. कम से कम अगले पांच दिनों के लिए दुकानें बंद हैं.. इसलिए व्यापारी घर पर रहेंगे. इसीलिए इलाके के कुछ व्यापारी अनुमान लगाते हैं. कि उन्होंने पतंग उडाने के लिए पतंग खरीदी होगी.
 
दोपहर बाद कुछ फरसाण, या ड्राई स्नैक्स की दुकानों में सामान की कमी रही. परिणामस्वरूप, कई ग्राहक निराश हुए. व्यापारियों ने कहा की, लॉकडाऊन के दौरान दुकान बंद रहेगी. इससे अगर कुछ माल स्टॉक में रहता है तो नुकसान होने का डर है, इसलिए सीमित माल का उत्पादन किया गया था. साथ ही डेयरी उत्पादों का भी यही हाल था. खासतौर पर मावा से बनी मिठाइयां कम तैयार की गयीं थीं. ग्राहकों ने कचौरी, समोसा, जलेबी, गाठिया सेव, बूंदी खरीदना पसंद किया, क्योंकि वे लॉकडाउन के दौरान घर पर रहनेवाले हैं..