अलगाववादी नेता और तहरीक-ए-हुर्रियत (टीईएच) के चेयरमैन अशरफ सहरई को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उन पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया है. वे पिछले साल ५ अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद ३७० हटाए जाने के बाद से अपने घर पर ही नजरबंद थे. जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि सहराई के साथ ही प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी के १२ से ज्यादा सदस्यों को भी हिरासत में लिया गया है. शहराई का बेटा जुनैद शहराई आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर था. इसी साल मई में सुरक्षाबलों ने उसे श्रीनगर के नवकाडल इलाके में हुई एक मुठभेड में मार गिराया था. अलगवावदी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने २९ जून को ऑल पाटी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (एपीएचसी) से इस्तीफा दे दिया था. फिलहाल इस पाटी में कश्मीर की २६ अलगाववादी पार्टियां शामिल हैं.. गिलानी के इस्तीफे के बाद टीईएच की कमान सहराई के हाथों में आ गई थी. कश्मीर में हुर्रियत दो धडों में बंट चुकी है. मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व में हुर्रियत का दूसरा धडा भी है. इसने कश्मीर में qहसा को आपसी बातचीत से खत्म करने का समर्थन किया है. सहराई जिस धडे में शामिल है, उसने कश्मीर में हिंसा खत्म करने के बारे में अभी तक कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा है