शहर में दिन-ब-दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ रही है. ऑ्नसीजन बेड उपलब्ध नहीं होने से कई लोगों की जान चली जा रही है. ऐसे में प्रशासन के लालफीता कामकाज में मनपा के दलवी हॉस्पिटल के करीब १६० ऑ्नसीजन बेड की सुविधा फंस गई है. ऑ्नसीजन बेड सुविधा के लिए केवल सेंट्रल टैंक का काम नहीं होने से यह बेड बिना इस्तेमाल धूल खाते पडे हैं.. इन ओक्सीजन बेड के लिए जरूरी सेंट्रल टैंक सिस्टम मनपा आयुक्त के अधिकार में खरीदी की जाए या टेंडर प्रक्रिया से की जाए, इस बारे में निर्णय नहीं हो पा रहा है. एक ओर जम्बो हॉस्पिटल बनाने की बातें करने वाली मनपा इस मामले से कितनी लापरवाह है, यह दिखाई देता है.
मनपा के दलवी हॉस्पिटल में कंस्ट्र्नशन व्यवसायियों की संस्था क्रेडाई की ओर से आईसीयू बेड के साथ वेंटिलेटर और ओक्सीजन बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. इन बेड के लिए ओक्सीजन की सप्लाई करने वाली लाइन बिछाने का कार्य भी पूरा हो गया है. इस तरह से करीब १६० बेड तैयार हैं.. लेकिन ऑ्नसीजन सिस्ट के लिए एक सेंट्रल टैंक की जरूरत है.
इस टैंक के निर्माण का कार्य मनपा की ओर से करने का प्रबंधन था. अब बेड तैयार हैं., लेकिन टैंक का कार्य मनपा आयुक्त के अधिकार में बिना टेंडर निकाले करना या इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पर अमल करना, इसको लेकर प्रशासन में सहमति नहीं होने से यह कार्य रुक गया है. जब सबसे अधिक ऑ्नसीजन बेड की जरूरत है, ऐसे व्नत में बेड तैयार होकर उनका इस्तेमाल करना संभव नहीं हो रहा है. इससे मनपा शहर के बीमार पेशेंटों के प्रति कितनी गैरजिम्मेदार है, यह दिखाई देता है.