मौसम की मेहरबानी से शहर में पानी की किल्लत का संकट टलता दिख रहा
शहर पर एक के बाद एक आ रहे संकटों की श्रृंखला का सभी सामना कर रहे हैं.. कोरोना संक्रमण के बाद शहर पर पानी का संकट गहराया था. लेकिन मौसम की मेहरबानी से फिलहाल शहर का पानी संकट टल गया है. पानी संकट के चलते महापौर मुरलीधर मोहोल द्वारा आयोजित बैठक में सिंचाई विभाग और मनपा के अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए गणेशोत्सव तक किसी भी प्रकार की पानी कटौती नहीं करने का निर्णय लेने की महत्वपूर्ण जानकारी महापौर ने दी.
अगस्त शुरू होने के बावजूद शहर को पानी सप्लाई करने वाले बांधों के क्षेत्रों में बारिश नहीं होने से पानी का स्टॉक काफी कम हो गया था. बांधों में बचे पानी का उचित प्रबंधन करने हेतु सिंचाई विभाग ने मनपा को पत्र भेजकर संभलकर पानी का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया था. पानी संकट को देखते हुए शहर पर पानी कटौती का संकट गहराया था. इसी के चलते महापौर मुरलीधर मोहोल ने पानी की वर्तमान स्थिति का ब्यौरा लेने मंगलवार को मनपा और और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की बैठक आयोजित की थी. इस बैठक में विस्तृत चर्चा की गई. साथ ही महापौर ने मौसम विभाग के प्रमुख डॉ. अनुपम काश्यपि से भी बातचीत कर मौसम की जानकारी ली.
बैठक में हुई चर्चा के बारे में जानकारी देते हुए महापौर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि पिछले वर्ष इसी समय में शहर को पानी सप्लाई करने वाले चारों बांधों में ९० प्रतिशत यानी करीब २६ टीएमसी पानी का स्टॉक था. इस बार बारिश ही नहीं होने से ३५ प्रतिशत यानी करीब १० टीएमसी पानी का स्टॉक है. सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उपलब्ध पानी पीने के लिए तथा खेती के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. इसमें पुणे शहर के लिए ६ टीएमसी पानी उपलब्ध है.
अगले कुछ दिनों में बारिश साधारण रहेगी, लेकिन १५ अगस्त के बाद अच्छी बारिश होने का अनुमान मौसम विभाग द्वारा बताया गया है. हमेशा की औसत की १०४ प्रतिशत बारिश इस बार होने का अनुमान मौसम विभाग के अधिकारियों ने जताया है. इसलिए गणेशोत्सव तक किसी भी प्रकार की पानी कटौती नहीं करने का निर्णय लिया गया है. बीच में बारिश ही नहीं होने पर बैठक लेकर निर्णय ले सकते हैं.. बारिश अच्छी होने पर पानी कटौती नहीं की जाएगी. इस दौरान मनपा आयुक्त विक्रम कुमार ने कहा कि १२ अगस्त को बैठक लेकर पानी संबंधी अंतिम निर्णय लिया जाएगा.