पिंपरी-चिंचवड़ मनपा द्वारा फंड की कमी की वजह से खर्च में कटाैती की गई
काेराेना महामारी, लाॅकडाउन और राज्य सरकार द्वारा फंड खर्च करने के बारे में आए निर्देशाें के अनुसार अब पिंपरी-चिंचवड़ मनपा पानी की टंकियाें की सफाई तीन महीने में एक बार करेगी. शहर में मनपा के कार्यालय, हाॅस्पिटल, स्कूल और गार्डन आदि स्थानाें पर जमीन और छत पर पीने के पानी की टंकियाें की सफाई के लिए जारी टेंडर रद्द किया गया है.
अब नए टेंडर में टंकियाें की सफाई महीने में एक बार के बजाए तीन महीनाें में एक बार की जाएगी. इस साफ-सफाई पर तीन वर्ष में 1 कराेड़ 83 लाख रुपए खर्च करने का बजट बनाया गया है. मनपा द्वारा कई स्थानाें पर जमीन और छताें पर पीने के पानी की टंकियां बनवाई गई है. इन टंकियाें की सफाई वैज्ञानिक तरीके से की जाती है. पिंपरी-चिंवपड़ मनपा क्षेत्र में जमीन और छताें पर कुल 1 हजार 62 पानी की टंकियां हैं. इनमें से 575 छताें पर तथा 487 टंकियां जमीन पर हैं. यह टंकियां 10 हजार लीटर से 90 हजार लीटर तक की क्षमता वाली हैं. मनपा के आठ क्षेत्रीय कार्यालयाें की सीमा के अनुसार इनकाे बांटा गया है. इन टंकियाें की सफाई हेतु दाे साल के लिए काॅन्ट्रै्नटर की नियुक्ति की गई थी, तथा काम की अवधि 31 दिसंबर 2018 काे समाप्त हाे गई थी. इसके बाद नए टेंडर के नाम पर इसी काॅन्ट्रै्नट की अवधि बढ़ाई गई. मनपा के क्षेत्रीय कार्यालयाें के अनुसार साफ-सफाई कार्य के लिए बजट तैयार करने हेतु स्वास्थ्य अधिकारी काे 6 जुलाई 2019 काे निर्देश दिए गए हैं. इसके अनुसार महीने में एक बार अत्याधुनिक तरीके से साफ सफाई करने के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए थे. कुल 34 सफाई कर्मचारियाें और एक सुपरवाइजर की आवश्यकता बताई गई. इसके लिए 1062 में से हर दिन 35 टंकियाें की सफाई करने के लिए 3 कराेड़ 38 लाख रुपए खर्च का अनुमान है. इसी बीच मनपा आयुक्त श्रवण हर्डिकर ने 14 नवंबर 2019 काे टेंडर रद्द करने का निर्णय लिया. इसके बाद महीने में एक बार सफाई करने के स्थान पर अब तीन महीने में एक बार टंकी की सफाई करने के लिए नए सिरे से टेंडर निकालने का निर्णय लिया गया. टंकियाें के तीन महीने में एक बार सफाई करने का बजट तैयार किया गया है. इसमें 8 सफाई कामगार और एक सुपरवाइजर काे न्यूनतम वेतन दर के अनुसार तीन वर्षाें के लिए उपलब्ध कराए गए हैं. इस पर 1 कराेड़ 83 लाख रुपए का खर्च अपेक्षित है. इच्छुक ठेकेदाराें से टेंडर आमंत्रित किए गए हैं.