खालिस्तान-पाकिस्तान की मांग वाले आंदाेलन से जाएं

    15-Jan-2021
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 किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- हमें 26 जनवरी काे दिल्ली जाने से काैन सा कानून राेकेगा
 
दिल्ली सरकार से 5 लाख झंडे मांगे किसान नेता ने 26 जनवरी की परेड के लिए 5 लाख झंडे मांगे गए हैं.
26 जनवरी काे पुलिस का डंडा भी खाली नहीं रहेगा. उसमें तिरंगा लगाया जाएगा. आंदाेलन से जुड़े युवा किसान उत्साहित हैं. हमें 26 जनवरी काे ट्रैक्टर पर तिरंगा लगाकर दिल्ली जाने से काैन सा कानून राेकेगा यह देखना हाेगा. किसान ट्रैक्टर से ही राष्ट्रीय झंडा बनाकर दिखाएंगे. वहीं, सुप्रीम काेर्ट द्वारा गठित कमेटी में शामिल भूपिंदर सिंह मान द्वारा कमेटी से खुद काे अलग करने का पत्र वायरल हाेने के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि भूपिंदर सिंह मान द्वारा कमेटी में बने रहना चाहिए, तभी ताे वह कृषि कानूनाें पर अपनी राय सुप्रीम काेर्ट में कमेटी के माध्यम से रख पाएंगे.
 
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनाें के विराेध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानाें का आंदाेलन 50वें दिन भी जारी है और कानूनाें काे लेकर गतिराेध अब भी बरकरार है. किसानाें का कहना है कि उन्हें तीनाें कृषि कानूनाें काे वापस लिए जाने से कम कुछ भी मंजूर नहीं है. कानूनाें काे रद्द कराने पर अड़े किसान जहां इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं.
इस बीच गाजीपुर बाॅर्डर पर डटे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने गुरुवार काे कहा कि खालिस्तान और पाकिस्तान की मांग करने वाले यहां से चले जाएं. कल सरकार से िफर वार्ता हाेगी. सुप्रीम काेर्ट द्वारा गठित कमेटी में काैन लाेग हैं. इस कमेटी में किसान नहीं हैं.
 
टिकैत ने कहा कि आंदाेलन सरकार करवा रही है, किसान नहीं कर रहे हैं. उन्हाेंने कहा कि ंडिंग पर सवाल उठ रहा है, लेकिन ये क्याें हाे रहा है, गांव से खाना और राशन आ रहा है. इसमें ंडिंग की बात कहां से आई. आंदाेलन कब तक चलेगा इसका जवाब 50 दिन में नहीं मिलेगा.
 
अभी ताे एक फसली भी पूरा नहीं हुआ है. उन्हाेंने कहा कि सरकार कानून वापस ले ले, स्वामीनाथन कमेटी की रिपाेर्ट काे लागू कर दे. हम यहां से चले जाएंगे. दवा का कानून आना बाकी है, इसलिए आंदाेलन पता नहीं कब तक चलेगा. आंदाेलन शांतिपूर्ण ही चलना है, जिन्हें पत्थर ेंकने हैं वाे यहां से चले जाएं. यह शांतिपूर्ण आंदाेलन है.