रिश्वतखोर उपायुक्त की कई बेनामी संपत्ति का खुलासा होने की संभावना
पुणे, 17 अक्टूबर (आ.प्र.) जिला जाति प्रमाणपत्र जांच समिति के सदस्य और उपायुक्त नितिन चंद्रकांत ढगे (उम्र-40 वर्ष) को 1 लाख 90 हजार की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने रंगेहाथों गिरफ्तार किया था. यह कार्रवाई शनिवार की रात 9.40 बजे वानवड़ी स्थित उनके घर के पास की गई थी. यह रिश्वत शिकायतकर्ता की पत्नी की जाति प्रमाणपत्र की जांच कर उसे वैध करने के लिए मांगी गई थी. इसके बाद पुणे एसीबी के अधिकारियों ने ढगे की घर की तलाशी ली.
जिसमें उन्हें पौने तीन करोड़ रुपए की संपत्ति बरामद हुई है. एसीबी को और भी बेनामी संपत्ति के खुलासा होने की उम्मीद है. नितिन ढगे की गिरफ्तारी के बाद एसीबी द्वारा उनके घर की तलाशी ली गई. यह तलाशी रात भर चली तथा रविवार को समाप्त हुई. इस तलाशी में 1 करोड़ 28 लाख 49 हजार नकद तथा प्रॉपर्टी के दस्तावेज सहित 2 करोड़ 81 लाख 49 हजार की संपत्ति मिली है. इस तलाशी में मिली रकम में से कितनी अवैध है और कितनी वैध इसकी जानकारी अधिकारी पता कर रहे हैं.
क्या है मामला :
शिकायतकर्ता द्वारा पत्नी की जाति का प्रमाणपत्र की जांचने के लिए आवेदन किया गया था. इस प्रमाणपत्र को वैध करने के लिए ढगे ने आठ लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी. शिकायत की जांच करने पर पता चला कि ढगे ने 3 लाख रुपए की मांग करते हुए 2 लाख रुपए लेना तय किया था. इसके बाद ढगे ने शिकायतकर्ता को पैसे देने के लिए वानवड़ी स्थित अपने घर पर बुलाया. उसके अनुसार एसीबी ने भी अपना जाल बिछाया और शिकायतकर्ता द्वारा 1 लाख 90 हजार की रिश्वत लेते हुए ढगे को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इस मामले में वानवड़ी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है. इस बीच ढगे की कई स्थानों पर बेनामी संपत्ति की भी चर्चा जोरों पर है उसके मूल गांव और अन्य स्थानों की संपत्ति की भी जानकारी एसीबी जुटा रही है. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक राजेश बनसोडे अपर अधीक्षक सूरज गुरव, अपर अधीक्षक सुहास नाडगौडा के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक श्रीराम शिंदे, पुलिस निरीक्षक संदीप वर्हाडे, पुलिसकर्मी अंकुश आंबेकर, सौरभ महाशब्दे, ड्राइवर चंद्रकांत कदम की टीम ने की.