निर्दलीय, छोटे दल व पैसों के बल पर नगरसेवक बनने का सपना देखने वाले निराश
पिंपरी, 1 अक्टूबर (आ.प्र.)
राज्य सरकार ने महानगरपालिका चुनाव के लिए तीन सदस्यीय प्रभाग रचना का फैसला लिया है. इस निर्णय का शहर के अधिकांश राजनैतिक दलों के नगरसेवकों ने स्वागत किया है. जबकि, एक सदस्यीय प्रभाग रचना की आशा में निर्दलीय और पैसे के बल परनगर सेवक बनने का सपना देखने वालों को तीन सदस्यीय प्रभाग रचना से झटका लगा है. छोटे दलों को भी इससे निराशा हुई है. तीन सदस्यीय प्रभाग पद्धति से चुनाव होने पर प्रमुख राजनीतिक दलों का दबदबा रहेगा. इससे पहले राज्य निर्वाचन आयोग ने 25 अगस्त को एक सदस्यीय प्रभाग वॉर्ड रचना बनाए जाने का निर्देश दिया था.
प्रभाग रचना के लिए 2011 की जनगणना को ध्यान में रखकर मतदाता संख्या तय किए जाने से नगरसेवकों की संख्या पूर्व की तरह 128 ही रहेगी. इससे पहले चार सदस्यीय प्रभाग होने पर 32 प्रभाग थे. तीन सदस्यीय प्रभाग रचना से केवल प्रभाग संख्या बढ़ेगी. नई रचना से महानगरपालिका में 43 प्रभाग हो जाएंगे. पिंपरी-चिंचवड़ के राजनैतिक दलों ने पिछले साल से ही चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी थी. वर्तमान के नगरसेवक 4 सदस्यीय प्रभाग रचना में विजयी हुए हैं.
इसलिए इन नगरसेवकों ने इस निर्णय का स्वागत किया है. तीन सदस्यीय रचना में कई प्रभाग में एक महिला, 2 पुरुष, जबकि कई प्रभागों में 2 महिला, एक पुरुष हो सकते हैं. इससे राजनीतिक दलों को सुविधा होने से एक ही प्रभाग से बड़ी संख्या में चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों को अवसर मिलेगा. बहु सदस्यीय प्रभाग रचना के बारे में मतदाताओं का कहना है कि ऐसे में नगरसेवक अपनी जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डाल देते हैं, इससे काम नहीं होते.
बहु सदस्यीय प्रभाग रचना के प्रति मतदाताओं का अच्छा अनुभव नहीं है. राज्य निर्वाचन आयोग के पूर्व के निर्देश के अनुसार एक सदस्यीय प्रभाग रचना करने के संदर्भ में मनपा आयुक्त की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है. लेकिन, इसी दौरान दो सदस्यीय प्रभाग रचना करने के लिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा है. इसके मद्देनजर प्रभाग रचना के काम में ज्यादा प्रगति नहीं हुई है.
अब समिति को तीन सदस्यीय प्रभाग रचना के लिए कार्यवाही करनी होगी. महानगरपालिका में भाजपा सत्तारूढ है. चुनाव को नजदीक देखकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला शुरू हो गया है. सत्तारुढ भाजप के विरोध में गलत कामकाज, भ्रष्टाचार, स्मार्ट सिटी में घोटाला, स्थायी समिति के सभापति का रिश्वत लेने का मामला आदि को मुद्दा बनाया जा रहा है. इन 5 वर्षों में ही नहीं बल्कि इससे पहले भी शहर में जो भी विकास काम हुए हैं उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा ही कराए जाने का दावा किया जा रहा है.
महापालिका चुनाव प्रभाग प्रणाली व नगरसेवकों की संख्या
मार्च 1986 एक सदस्यीय पद्धति 60 नगरसेवक
फरवरी 1992 एक सदस्यीय पद्धति 78 नगरसेवक
फरवरी 1997 एक सदस्यीय पद्धति 79 नगरसेवक
फरवरी 2002 तीन सदस्यीय पद्धति 105 नगरसेवक
फरवरी 2007 एक सदस्यीय पद्धति 105 नगरसेवक
फरवरी 2012 दोन सदस्यीय पद्धति 128 नगरसेवक
फरवरी 2017 चार सदस्यीय पद्धति 128 नगरसेवक
फरवरी 2021 तीन सदस्यीय पद्धति 128 नगरसेवक
2017 में पार्टी के प्रत्याशी
1) राष्ट्रवादी कॉग्रेस : 127
2) भाजपा : 125
3) शिवसेना : 109
4) कांग्रेस : 65
5) मनसे : 38
6) बसपा : 18
7) अन्य : 59
8) निर्दलीय : 232
कुल प्रत्याशी : 773