नाट्यगृह में साउंड सिस्टम स्पीकर चुरा ले जाने और उसकी जगह हल्के स्पीकर लगाने की बात उजागर हुई.
मनपा प्रशासन ने किया खुलासा : नगरसेवक सुभाष जगताप ने 2 करोड़ के स्पीकर्स चोरी का उठाया था मामला
पुणे, 25 नवंबर (आ.प्र.)
बिबवेवाड़ी के लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे नाट्यगृह से चोरी हो गए साउंड स्पीकर की कीमत 18 लाख रुपए थी. बिबवेवाड़ी के लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे नाट्यगृह का 2 करोड़ रुपए मूल्य का स्पीकर चोरी हो जाने का मामला नगरसेवक सुभाष जगताप ने हाल ही में जीबी की बैठक में उठाया था. इस पर प्रशासन ने मामला दर्ज कराने का आश्वासन दिया गया था. इसके मुताबिक प्रशासन ने पिछले तीन दिनों में पुलिस द्वारा प्राप्त की गई जानकारी हासिल की है. जानकारी के आधार पर बिबवेवाड़ी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है. इस संदर्भ में शीघ्र ही मामला दर्ज किया जाएगा. इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी गई. यह बात मनपा क्रीडा व सांस्कृतिक विभाग के प्रमुख संतोष वारुले द्वारा दी गई. अण्णाभाऊ साठे नाट्यगृह में करोड़ों रुपए खर्च कर अत्याधुनिक साउंड सिस्टम लगाया गया था.
इस बीच कोरोना संक्रमण के चलते पिछले डेढ़ साल से नाट्यगृह बंद था. पिछले महीने में नाट्यगृह फिर से शुरू किया गया है. बिजली विभाग द्वारा की जा रही जांच के दौरान नाट्यगृह में साउंड सिस्टम (बॉश कंपनी) स्पीकर चुरा ले जाने और उसकी जगह हल्के स्पीकर लगाने की बात उजागर हुई. बिजली विभाग ने इस बात की जानकारी सांस्कृतिक विभाग को दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. हाल ही में मनपा प्रशासन की जीबी की बैठक में नगरसेवक सुभाष जगताप ने नाट्यगृह का साउंड स्पीकर चोरी होने का मामला उठाया. इस पर प्रशासन ने मामला दर्ज कराने की कार्यवाही शुरू की. कोरोना कार्यकाल में मनपा नाट्यगृह में कुर्सियों की तोड-फोड़ और सीसीटीवी चुरा ले जाने की घटनाएं घटीं. कोरोना के दौरान सभी तरह की प्रतिबंधात्मक कार्रवाई होने के बावजूद चोरों ने हाथ की सफाई दिखाई और शराब पार्टियां भी की.
खास बात यह है कि सभी नाट्यगृहों में सिक्योरिटी गार्ड तैनात होने के बावजूद सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था भी है. लेकिन प्रशासन ने अभी तक इस घटना को लेकर पूछताछ नहीं की और न ही सीसीटीवी कैमरे की जांच-पड़ताल की. कोरोना संक्रमण के दौरान नाट्यगृह और सांस्कृतिक केंद्रों में कर्मचारियों के लिए आहार इकठ्ठा करना, मैदान में तात्कालिक उपचार केंद्र, क्वारंटाइन सेंटर,स्वैब सेंटर शुरू किए गए थे. बंद के दौरान हमेशा लोगों का आना-जाना लगा रहने के बावजूद कुछ फीट ऊंचाई पर लगे साउंड सिस्टम स्पीकर निकालकर उसकी जगह डुप्लीकेट स्पीकर लगाने की घटना घटने से ‘घर का भेदी लंका ढाए` का उदाहरण देखने को मिल रहा है.
बिजली विभाग के फर्जी बिल की फाइल ऑडिट विभाग में पेश करने की एन्ट्री मिली
कोरोना के दौरान शहर की श्मशान भूमि में बिजली से जुड़े काम करने के बारे लगभग एक करोड़ रूपए के फर्जी बिल बनाने के मामले में शक के घेरे में मे. आशम इंजिनियर्स के योगी मोरे व बिल की फाइल सभी टेबल पर घुमाने के लिए लायजनिंग करनेवाले उसके साथी के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद फरार है. विशेष कर अब तक वह फाइलें हमारे विभाग से आगे गई ही नहीं और वह हस्ताक्षर फर्जी होने का खुलासा विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने किया है. साथ ही ऑडिट विभाग ने भी पहले उनके विभाग की ओर आई फाइल, मुहर और हस्ताक्षर फर्जी होने का बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया. लेकिन बिल के चार फाइलों में से तीन फाइल ऑडिट विभाग में इनवर्ड होने की जानकारी दर्ज है. इससे आडिट विभाग के संबंधित कर्मचारियों की परेशानियां बढ़ सकती हैं. इस बीच मनपा के अन्न विभाग में आशम इंजीनियर द्वारा किये जा रहे काम शीघ्र बंद करने और बिल अदा न करने के बारे में सर्कुलर बिजली विभाग ने सभी विभागों के प्रमुखों को भेज दिये हैं.