विरोधियों द्वारा राजनीतिक षड़यंत्र रचे जाने की आशंका जताते हुए कार्रवाई की मांग की
पिंपरी, 30 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पिंपरी-चिंचवड़ के पूर्व उपमहापौर एवं NCP के वार्ड क्रमांक 21 के वर्तमान नगरसेवक डब्बू आसवानी का मतदाता सूची में नाम हटाए जाने की घटना मंगलवार (30 नवंबर) को सामने आयी है. आठ दिनों पहले मतदाता सूची में दर्ज नाम अचानक हटाया गया. इस बारे में नगरसेवक आसवानी ने कहा कि, उनके पिछले पंद्रह वर्षों से नगरसेवक होने पर मतदाता सूची से नाम हटाया गया है. उन्होंने सवाल किया कि, मतदाता सूची से किसने, किसलिए और किस कारण के लिए उनका नाम हटाया. उन्होंने इसकी जांच करने और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनन कार्रवाई करने की मांग है.
महानगरपालिका का चुनाव फरवरी 2022 में होने की संभावना है. इसके लिए मतदाताओं के नाम दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है. मतदाता का नाम दर्ज करने की मंगलवार को अंतिम तिथि थी. पिंपरी कैम्प में लगातार 15 वर्षों तक मनपा का प्रतिनिधित्व करने वाले डब्बू आसवानी का नाम सूची में दर्ज नहीं था. आठ दिनों पहले सूची देखने पर नाम दर्ज था. लेकिन मंगलवार को उन्होंने सूची फिर से देखी तो नाम हटाया गया. इस पर मनपा चुनाव विभाग, कलेक्टर, पिंपरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता रजिस्ट्रेशन अधिकारी से संपर्क किया जा सकता था. उन्होंने चेक किया, उसमें भी उनका नाम हटाने की बात सामने आयी.
उन्होंने कहा कि, फिर से फॉर्म भर सकेंगे लेकिन नाम क्यों हटाया गया, किसने हटाया और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करें. नगरसेवक आसवानी ने कहा कि, राजनीति शुरू हो गई है. आठ दिनों पहले दर्ज नाम मंगलवार को अचानक हटाया गया. यदि उन्होंने अपने नाम की जांच मतदातासूची में नहीं की होती तो उन्हें घर पर ही बैठना पड़ता . बेवजह वह मतदान से वंचित रहते थे. डब्बू आसवाणी ने कहा कि, किसी ने जान-बूझ कर मतदातासूची में से उनका नाम हटाया है. नाम हटाने की जानकारी मिलते ही उन्होंने मतदाता सूची में नाम दर्ज करने को लेकर ऑनलाइन फॉर्म भरा. इस संदर्भ में उन्हें ओटीपी और रेफरन्स आईडी मिली है. वह पिछले पंद्रह वर्षों से नगरसेवक हैं. शहर के महापौर, स्थायी समिति के अध्यक्ष पद पर उन्होंने काम किया है. इसके बावजूद बिना किसी वजह के जनप्रतिनिधि का नाम मतदाता सूची से हटाने से वह अचंभित हो गए.
चुनाव नजदीक आने पर सूची से नाम हटाना गलत है. मतदाता सूची से किसने, किसलिए और किस कारण से उनका नाम हटाया, इस बात की जांच कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनन कार्रवाई करने की मांग नगरसेवक आसवाणी ने की. इस संदर्भ में उन्होंने मनपा के चुनाव विभाग का ज्ञापन सौंपा है.
आठ दिन पहले तक था सूची में नाम : आसवानी
नगरसेवक डब्बू आसवानी ने राजनीतिक षड़यंत्र की आशंका जताते हुए कहा कि, आठ दिन पहले उनका नाम वोटर लिस्ट में था. मनपा के चुनाव में उन्हें किसी प्रकार से हराने का मौका राजनीतिक विरोधियों को पिछले पंद्रह वर्षों से नहीं मिला, इसलिए अब विपक्ष के किसी नेता ने उनका मतदाता सूची से नाम हटाने की चाल चली होगी. उन्होंने कहा कि, इसके अलावा उनके परिवार के रिश्तेदारों और निकटतम कार्यकर्ताओं के नाम हटाने की जानकारी भी मिली है. इसलिए वह खुद मतदाता सूची का निरीक्षण करेंगे.