मनपा आयुक्त के आदेश काे ताक पे रखकर अधिकारियाें की मनमानी

11 Feb 2021 14:44:48
 
स्पर्श संस्था काे गैर-कानूनी ताैर पर भुगतान किए जाने का पूर्व महापाैर याेगेश बहल द्वारा आराेप
 

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स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी संस्था ने काेराेना केयर सेंटर चलाने के लिए शर्ताें के अनुसार आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं की थी. इसलिए बिलाें का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं हैं, यह ओपीनियन मनपा आयुक्त ने दिया था. फिर भी प्रशासन के कुछ अधिकारियाें ने मनपा आयुक्त के आदेश काे ताक पर रखकर और स्थायी समिति की मंजूरी के बिना अशाेक नागरी सहकारी बैंक के खाते में गैर-कानूनी रूप से 3 कराेड़ 14 लाख रुपयाें का भुगतान किया, यह आराेप पूर्व महापाैर याेगेश बहल ने लगाया है.
 
 
यह रकम तत्काल वसूल की जाए और यह काम करने वाले अधिकारियाें का सस्पेंड करते हुए आपराधिक कार्रवाई की जाए, यह मांग बहल ने की है.इस बारे में बहल ने मनपा आयुक्त श्रवण हर्डिकर काे ज्ञापन साैंपा गया है. इसमें बहल ने कहा है कि स्पर्श हाॅस्पिल काे रामस्मृति मंगल कार्यालय और हीरा लाॅन्स में 300 बेड का सेंटर चलाने के लिए प्रभारी अतिरिक्त आयुक्त अजीत पवार ने 7 अगस्त 2020 काे वर्क ऑर्डर दिया था. आदेश की शर्ताें के अनुसार स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी संस्था द्वारा डिपाजिट की रकम जमा नहीं की गई.
 
 
साथ ही टेंडर की शर्ताें के अनुसार काेविड चलाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षित व अन्य कर्मचारियाें की सूची, उनकी पात्रता का उल्लेख करने वाले प्रमाणपत्र, डाॅक्टराें के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, पेशेंट किट, साफ-सफाई की सामग्रियां, पीपीई किट, मास्क तथा अन्य अनिवार्य चीजें उपलब्ध न हाेने की रिपाेर्ट वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने दी थी.स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी संस्था द्वारा डिपाजिट की रकम न देने, एग्रीमेंट न करने तथा वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियाें द्वारा दी गई रिपाेर्ट के अनुसार सेंटर के बिल देने की जरूरत न हाेने का ओपीनियन मनपा आयुक्त ने दिया था.
 
फिर भी 25 जनवरी 2021 काे अशाेक नागरी सहकारी बैंक के फाॅर्च्यून स्पर्श हेल्थ प्रा. लि. के करंट अकाउंट पर 3 कराेड़ 14 लाख रुपयाें का भुगतान किया गया है. स्थायी समिति की अनुमति के बिना इतनी बड़ी रकम सांठ-गांठ बनाकर निकाली गई है.यह काम आपराधिक मामले के लिए पात्र काम है. अधिकारियाें ने करदाताओं के पैसाें का दुरुपयाेग किया है. इन बिलाें की तत्काल वसूली की जाए और इस मामले की जांच कर 48 घंटाें में लिखित रूप से जानकारी दी जाए, यह मांग करते हुए बहल ने चेतावनी दी है कि ऐसा न हाेने पर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा.
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