किसानाें के प्रति संवेदनहीन है सरकार : अखिलेश

    17-Feb-2021
Total Views |
 
 
hh_1  H x W: 0
 
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, महंगाई और फसल का दाम न मिलने से दाेहरी मार झेल रहे किसानाें के मामले में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संवेदनहीनता का परिचय दे रही है. यादव ने साेमवार काे जारी बयान में कहा कि किसान काे उम्मीद थी उसकाे भाजपा नेताओं के वादाें के अनुसार फसल की लागत का इयाेढ़ा मूल्य मिल जाएगा और उसकी आय दुगुनी भी हाे जायेगी. उसने भी सपना देखा था कि अब वह भी खुशहाल जिंदगी जिएगा, लेकिन धाेखेबाज सरकार के मुखिया अधूरे वादाें के साथ जनता के बीच झूठी बयानबाजी में व्यस्त है. उन्हाेने कहा कि चार साल में गन्ने के दाम एक रुपया भी न बढ़ाने वाली भाजपा सरकार के चार दिन ही बचे हैं. किसान धाेखे का जवाब अपने वाेट से देंगे.
 
 
चालू सीजन में भी गन्ने की सामान्य, अगेती व अस्वीकृत प्रजाति का मूल्य क्रमश: 315,325 और 310 रुपए ्निवंटल ही रहेगा.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ना किसान कितनी बदहाली में जी रहा है इससे स्पष्ट है कि इस समय शुगर मिलाें पर प्रतिदिन दाे कराेड़ रुपया बकाया हाे रहा है. 14 दिन के बाद किसान की अवशेष राशि बकाया श्रेणी में आ जाती है. अब तक प्रदेश में गन्ना किसानाें का लगभग 10,174 कराेड़ रुपये का बकाया हाे चुका है. इसके साथ कानूनी ताैर पर ब्याज देय हाेता है, जाे नहीं दिया जा रहा है. परेशान गन्ना किसान आत्महत्या काे मजबूर हाे जाता है. उन्हाेंने कहा कि 2012 में सपा सरकार ने अस्तित्व में आने के बाद एक मुश्त गन्ने की राज्य परामर्श कीमत में 40 रुपये की वृद्धि की गई थी.
 
समाजवादी सरकार ने किसानाें की कर्जमाफी के साथ मुफ्त सिंचाई सुविधा दी थी. किसानाें के लिए पेंशन तथा फसल बीमा की भी व्यवस्था की गई थी. समाजवादी सरकार की कृषिपरक नीतियाें काे भाजपा ने बर्बाद कर दिया है. यादव ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा किसानाें के हिताें के लिए संघर्षशील रही है. किसान यात्रा, समाजवादी किसान घेरा, ट्रैक्टर के साथ ध्वजाराेहण कार्यक्रम समाजवादी पार्टी ने हाल में किसानाें के समर्थन में किए थे. आगे भी किसानाें की हर मांग के साथ समाजवादी रहेंगे.