रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-Vके इस्तेमाल काे मंजूरी

    13-Apr-2021
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एक्सपर्ट कमेटी का बड़ा फैसला: महामारी से निपटने में मिलेगी बड़ी राहत
 
 
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काेराेना वायरस इन्फेक्शन की दूसरी लहर तेज हाे चली है. इस बीच साेमवार काे एक्सपर्ट कमेटी ने रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-त के इमरजेंसी यूज काे मंजूरी दे दी है. अब ड्रग कंट्राेलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) इस पर फैसला लेगा. मंजूरी मिलने पर यह भारतीय काेराेना टीकाकरण अभियान में शामिल हाेने वाली तीसरी वैक्सीन बन जाएगी. काेविशील्ड काे ऑक्सफाेर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने मिलकर बनाया है. भारत में पुणे का सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) इसका प्राेडक्शन कर रहा है. काेवैक्सीन काे भारत बायाेटेक ने इंडियन काउंसिल फाॅर मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलाॅजी (NIV) के साथ मिलकर बनाया है. पिछले हफ्ते रिपाेर्ट आई थी कि, ज्यादातर बड़े राज्याें में वैक्सीन डाेज खत्म हाे गए ह जिस रफ्तार से टीके लगाए जा रहे हैं, उस रफ्तार से बन नहीं रहे. इस वजह से तीसरी वैक्सीन काे मंजूरी देना बेहद जरूरी हाे गया है. भारत में इस समय दाे ही वैक्सीन उपलब्ध हैं. उनमें काेवैक्सीन का एफिकेसी रेट 81% है, जबकि काेविशील्ड का कुछ शर्ताें के साथ 80% तक.
 
 
ऐसे में 91.6% इफेक्टिवनेस के साथ रूसी वैक्सीन सबसे ज्यादा इफेक्टिव वैक्सीन हाे जाएगी. इस समय दाेनाें उपलब्ध वैक्सीन का प्राेडक्शन 4 कराेड़ डाेज प्रतिमाह का है, जिससे सिर्फ 25 लाख डाेज राेज दिए जा सकते हैं. वहीं, इस समय 35 लाख डाेज राेज दिए जा रहे हैं. इससे कम से कम 7 कराेड़ डाेज हर महीने चाहिए हाेंगे. डिमांड पूरी करने के लिए फिलहाल स्पुतनिक-त काे मंजूरी देना जरूरी हाे गया है. RDFI के सीईओ किरिल दिमित्रेव के अनुसार यह वैक्सीन सब तक पहुंच सके, इसके लिए इसकी कीमत 10 डाॅलर से कम रखी गई है. यानी 700 रुपए से भी कम में यह उपलब्ध हाेगी. दुनियाभर में 90% से ज्यादा इफेक्टिवनेस साबित करने वाली अन्य वैक्सीन के मुकाबले यह बेहद सस्ती है. अच्छी बात यह है कि, इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर स्टाेर किया जा सकता है, जाे माैजूदा सप्लाई चेन में आसानी से उपलब्ध है. भारत में रुसी वैक्सीन काे डाॅ. रेड्डीज लैबाेरेटरी विकसित कर रही है और इसके 1,500 वाॅलंटियर्स पर फेज-3 ब्रिजिंग ट्रायल्स किए हैं. भारत में 35.2 कराेड़ डाेज सालाना प्राेडक्शन हाे सकेगा.