पुणे के पर्वताराेही संस्था के पर्वताराेही जीतेंद्र गवारे ने बुधवार 12 मई की सुबह सर्वाेच्च एवरेस्ट शिखर फतह कर लिया. केवल 25 दिनाें में उन्हाेंने 8 हजार मीटर से अधिक ऊंचे इस शिखर काे फतह कर शानदार प्रदर्शन किया है. पर्वतप्रेमियाें के पर्वताराेही टीम ने 16 अप्रैल काे अन्नपूर्णा-वन पर फतह की. इस टीम में जीतेंद्र गवारे ने इसके साथ-साथ तुरंत सर्वाेच्च शिखर एवरेस्ट पर चढ़ाई शुरू की थी. उन्हाेंने 12 मई की सुबह 7.30 बजे पासांग झाराेक शेरपा के साथ एवरेस्ट (8,848.86 मीटर) पर फतह किया. इसके लिए उन्हाेंने सीनियर पर्वताराेही उमेश झिरपे, एवरेस्टवीर भूषण हर्षे और डाॅ. समित मादले का मार्गदर्शन लिया.
काेराेना का संक्रमण एवरेस्ट के बेस कैंप तक पहुंचने से कई पर्वताराेही इस वर्ष इस मुहिम से पीछे हट गए. लेकिन एसी स्थिति में गवारे ने शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती का शानदार परिचय दिया. जीतेंद्र गवारे इससे पहले माउंट कांचनजंगा और अमा दब्लम जैसे हिम शिखराें की सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुके हैं. पर्वतप्रेमियाें के टीम लीडर उमेश झिरपे ने कहा कि यह पर्वताराेहण के अदभुत प्रदर्शनाें में से एक है. किसी पर्वताराेही काे याेग्य मानसिकता व शारीरिक तैयारी करने पर ही सफलता मिलती है. यह इस प्रदर्शन से साबित हाेता है. पर्वतप्रेमी परिवार के जीतेंद्र गवारे एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाले 12वां पर्वताराेही हैं.