पत्थर व मिट्टी जैसी कंस्ट्र्नशन सामग्रियाें की राॅयल्टी में 50% की वृद्धि

    12-Jun-2021
Total Views |
 
 
 

estate_1  H x W 
 
रियल इस्टेट क्षेत्र काे प्राेत्साहन देने राज्य सरकार ने एक तरफ ताे खरीदी-बिक्री व्यवहार हेतु स्टैम्प ड्यूटी में रियायत दी, वहीं दूसरी तरफ कंस्ट्र्नशन सामग्रियाें की राॅयल्टी रेट में 1 जुलाई से वृद्धि का निर्णय लिया गया है. यह आदेश 4 जून काे जारी किया गया. सरकार का यह निर्णय एक हाथ से देने व दूसरे हाथ से छीन लेने जैसा है. 4 जून काे जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार गाैण खनिज की राॅयल्टी में भारी वृद्धि की गई है. इसके चलते गिट्टी, मुरुम व समकक्ष सामग्रियाें के साथ कंस्ट्र्नशन कास्ट तथा घराें की कीमतें भी बढ़ेंगी.कंस्ट्र्नशन के लिए प्रयु्नत मिट्टी के लिए प्रति ब्रास 600 रुपए (पहले 400 रुपए), बांध सड़क, रेल मार्ग के सपाटीकरण हेतु उपयाेग में लाई जाने वाली मिट्टी 600 रुपए प्रति ब्रास, ईंटाें के लिए लगने वाली मिट्टी के लिए 240 रुपए (पहले 160 रुपए) प्रति ब्रास की दर से राॅयल्टी वसूली जाएगी.गृह निर्माण एवं सजावट के लिए उपयाेगी पत्थराें (ग्रेनाइट के अलावा) के लिए 3,000 हजार रुपए (पहले 1,920 रुपए) प्रति ब्रास की दर निर्धारित की गई है. यह वृद्धि 50% से ज्यादा है. तीन महीने तक लाॅकडाउन के चलते किराए पर ली गई खदानाें में खुदाई कहीं बिल्कुल ठप तथा कहीं बहुत कम प्रमाण में जारी रही.यह व्यवसाय बुरी तरह मंदी की चपेट में है, मगर फिर भी राॅयल्टी की दर में वृद्धि की गई है. राॅयल्टी की नई दरें 1 जुलाई से लागू की जाएंगी.