- राज्य की महा विकास आघाड़ी में ‘बिगाड़ी’ के संकेत: कांग्रेस अध्यक्ष पटाेले बाेले- ‘कांग्रेस सभी चुनाव अकेले लड़ेगी’
- एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा प्रशांत किशाेर से मिलने के बाद सहयाेगी पार्टियाें के सुर बदले
- तीनाें पार्टियाें में पलती राजनैतिक महत्वाकांक्षा सतह पर उभरने लगी
महाराष्ट्र में सियासी गतिविधियां तेजी से बदलती नजर आ रही हैं. कांग्रसे के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटाेले ने कहा है कि, कांग्रेस के कार्यकर्ता चाहते हैं कि मुख्यमंत्री उनकी पार्टी का बनना चाहिए.उधर शिवसेना ने कहा है कि, उद्धव ठाकरे पूरे पांच साल तक मुख्यमंत्री रहेंगे. इससे राज्य की महा विकास आघाड़ी में ‘बिगाड़ी’ के संकेत मिलने लगे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटाेले ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस अगला चुनाव अकेले लड़ेगी.एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा प्रशांत किशाेर से मिलने पर कांग्रेस में नाराजगी के सुर बदल गए हैं. इसके साथ ही अब तीनाें पार्टियाें में पलती राजनैतिक महत्वाकांक्षा सतह पर उभरने लगी है.
तीनाें पार्टियाें का आगामी लाेकल बाॅडी चुनाव मिलकर लड़ने में संदेह व्य्नत किया जा रहा है.
ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि ढाई साल बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर एनसीपी की ओर से दावेदारी पेश की जाएगी. इससे महाविकास आघाड़ी सरकार में विवाद की चिंगारी भड़केगी. इनका खंडन करते हुए शिवसेना ने कहा कि इन दावाें में काेई सच्चाई नहीं है. शिवसेना काे मुख्यमंत्री पद का वचन पांच साल के लिए दिया गया है. पांच साल तक उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री रहेंगे. हाल ही में एक ओर जहां राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी से मुलाकात की. वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार की चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशाेर के साथ बैठक हुई.इसके बाद शिवसेना की ओर से कहा गया कि 5 साल तक उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री रहेंगे. इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटाेले ने कहा कि कांग्रेस अब स्थानीय चुनाव से लेकर लाेकसभा तक सभी चुनाव अकेले लड़ेगी.
महाविकास अघाड़ी में शामिल हाेने के बाद एनसीपी और शिवसेना अगला विधानसभा एवं लाेकसभा चुनाव मिलकर लड़ने की बात करती रहीं हैं, लेकिन कांग्रेस अपने इन दाेनाें सहयाेगी दलाें से सहमत नहीं दिखाई देती. प्रदेश अध्यक्ष नाना पटाेले ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस अगला चुनाव अकेले लड़ेगी. इससे पहले मुंबई कांग्रेस के नेता भी अगले वर्ष की शुरुआत में हाेने वाले मुंबई महानगरपालिका चुनाव काे लेकर ऐसा ही बयान दे चुके हैं. यदि कांग्रेस अपने इसी रुख पर कायम रही ताे तीन दलाें की महाविकास अघाड़ी बनाकर महाराष्ट्र में भाजपा काे टक्कर देने की शरद पवार की याेजना धूल धूसरित हाे सकती है.