सरकार द्वारा लाेकसभा में दी गई महत्वपूर्ण जानकारी:हैदराबाद में विकसित किया गया अहम उपकरण
सरकार ने लाेकसभा में कहा कि ‘काेविड बीप’ भारत की पहली स्वदेशी और किफायती वायरलेस शारीरिक मापदंडाें की निगरानी प्रणाली है जिससे काेराेना वायरस संक्रमित मरीजाें की देखभाल की जा सकती है.लाेकसभा में बुधवार काे प्रश्नकाल के दाैरान परमाणु ऊर्जा राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ‘काेविड बीप’ हैदराबाद के ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज और इलेक्ट्राॅनिक काॅरपाेरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की ओर से विकसित एक उपकरण है. इसे पिछले वर्ष जून में तैयार किया गया था.
उन्हाेंने कहा, काेविड बीप कलाई में पहना जाने वाला एक स्वदेशी उपकरण है जाे एक माेबाइल ऐप से जुड़ा है.इसके माध्यम से किसी भी स्थान से काेविड राेगियाें और काेराेना से ठीक हाे चुके लाेगाें की निगरानी की जा सकती है. यह उपकरण रिमाेट या माेबाइल से जुड़ सकता है. इसमें जीपीएस प्रणाली है जिससे राेगियाें काे ट्रैक किया जा सकता है. सिंह ने कहा, ‘‘काेराेना का इलाज कर रहे डाॅक्टर और स्वास्थ्य कर्मीयाें के ऊपर राेगियाें के संपर्क में आने की वजह से खतरा बना रहता है. इसके अलावा आइसाेलेशन में रह रहे मरीजाें की देखभाल भी मुश्किल हाेती है.इन सब चुनाैतियाें काे कम करने और इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में यह उपकरण लाभकारी है.’’