कचरा संकलन कंपनी के अधिकारियाें व कर्मियाें द्वारा नागरिकाें से बदतमीजी

    29-Jul-2021
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पुणे मनपा में सत्ताधारी भाजपा इसी प्राइवेट कंपनी काे नियु्नत करने के प्रयास में जुटी !
 
 
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पिछले कई वर्षाें से घराें से कचरा जमा करने वाली मेहनतकश महिलाओं की ‘स्वच्छ संस्था’ से काम वापस लेकर यह काम प्राइवेट कंपनी काे देने का पुणे मनपा की सत्ताधारी भाजपा के कुछ पदाधिकारियाें द्वारा प्रयास किया जा रहा है.लेकिन भाजपा की सत्ता हाेने के बावजूद मनपा में इस काम के लिए नियु्नत एजी इनवायराे और बीवीजी कंपनियाें के अधिकारी और कर्मचारियाें में इतनी अकड़ है कि आम लाेगाें की बात ताे छाेड़ाें वे नगरसेवकाें तक के फाेन नहीं उठाते हैं. इसलिए जांच समिति गठित की गई है. अब सवाल उठ रहा है कि नागपुर में सफेद हाथी पाल रही भाजपा पुणे मनपा में भी इसकी पुनरावृति करेगी क्या? पुणे शहर में पिछले कई सालाें से घराें से सूखा व गीला कचरा जमा किया जा रहा है.शहर के अधिकांश क्षेत्राें में मेहनतकश महिलाओं की स्वच्छ संस्था द्वारा यह सेवा दी जा रही है.लेकिन अब इस संस्था काे किनारे कर बीवीज जैसी कंपनी काे कचरा जमा करने का काम देने के लिए सत्ताधारी भाजपा प्रयासरत है. स्वच्छ संस्था के साथ करार समाप्त हाेने के बाद ऐन काेराेना काल में इस संस्था के पांच हजार से अधिक कचरा बीनने वालाें काे काम से हटाने की चाल चली जा रही है.
 
बस स्थायी समिति ने स्वच्छ संस्था काे एक-दाे महीने का अतिर्नित समय दे दिया है. संस्था की तरफ से पिछले कुछ महीने में काला फीता लगाकर और मनपा भवन के सामने आंदाेलन किया जा चुका है. विराेधी पक्ष के साथ सत्ताधारी भाजपा के कुछ पदाधिकारियाें ने कहा है कि स्वच्छ संस्था के पास ही काम रहेगा. इसके बावजूद स्थायी समिति ने इस पर अभी तक काेई निर्णय नहीं लिया है.
नागपुर मनपा में भी भाजपा की सत्ता है. यहां पर शहर का कचरा संकलन और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी एजी इनवायराे और बीवीजी कंपनी काे साैंपी गई है. इन कंपनियाें के अधिकारी व कर्मचारी नागरिकाेें से बदतमीजी करते हैं. इस तरह की शिकायत विराेधी पक्ष नेता तानाजी वनवे द्वारा किए जाने के बाद यहां के सभागृह नेता अविनाश ठाकरे की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई है. इस समिति की बैठक में एक गुटनेता ने कंपनी के कचरा ढाेने वाले ट्रक में कचरे की बजाय मिट्टी ढाेने का वीडियाे पेश किया. साथ ही अन्य नगरसेवकाें ने भी दाेनाें कंपनियाें के खिलाफ शिकायतें की हैं. समिति इन मामलाें की जांच कर रिपाेर्ट पेश करेगी.नागपुर में प्राइवेट कंपनियाें के काम काे लेकर इस तरह की शिकायतें हाेने के बावजूद पुणे मनपा की सत्ताधारी भाजपा पिछले कई वर्षाें से सुचारू रूप से चल रहे कचरा संकलन का काम क्यों प्राइवेट कंपनियाें की जेब में जबरन डालने का प्रयास कर रही है ? यह सवाल खड़ा हुआ है.