इसकी पहल ग्रुप के मनोज और मुकेश छाजेड़ दो भाइयों ने की :
ग्रुप, रक्तदान शिविरों एवं जरुरतमंदों को अनाज की किट देने आदि कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रसिद्ध
पुणे, 18 सितंबर (आ.प्र.)लोग एक साथ आए और मेलमिलाप करें, विचारों का आदान-प्रदान हों यही गणेशोत्सव का मूल उद्देश्य है. इसी उद्देश्य को लेकर सिद्धि ग्रुप का तिलक रोड पर ‘मैत्री पर्व’ शुरू है. यह अनूठा कार्यक्रम पिछले 12 वर्षों से चल रहा है. इसकी पहल सिद्धि ग्रुप के मनोज छाजेड़ और मुकेश छाजेड़ दोनों भाइयों ने की है.
कोरोना के सभी नियमों का पालन कर यह गेदरिंग किया जा रहा है. जिसमें मित्र,उद्योगपति और व्यवसायी एक दूसरे से मिलते हैं. कोरोना के कारण कई महीनों से लोगों की एक-दूसरे से मुलाकात नहीं हो पाई है. उनके लिए सिद्धि ग्रुप का यह गैदरिंग बहुत ही राहत देने वाला साबित हुआ है.
इसके बहाने लोग एक -दूसरे से मिल रहे हैं. पुणे में भव्य रक्तदान शिविर आयोजित करने को लेकर सिद्धि ग्रुप प्रसिद्ध है. कोरोना काल में भी कोविड सेंटर, प्लाज्मा दान, रक्तदान, जरूरतमंदों को अनाज की किट देना जैसे कई कार्यक्रमों को आयोजित कर गु्रप ने अपने सामाजिक दायित्व को निभाया है.
तिलक रोड स्थित सिद्धि ग्रुप के ऑफिस में ‘मैत्री पर्व’ का यह कार्यक्रम 8 दिनों तक चलता है. कोरोना के नियमों का पालन करके अलगअलग क्षेत्रों से लोग गणपति के दर्शन के लिए आते हैं. मैत्री पर्व में चाय-नाश्ते के साथ गप्पों की महफिल भी सज रही है. मेहमानों की मेजबानी की जवाबदारी सिद्धांत छाजेड़ और नीरज कांकरिया ने संभाल रखी है.
गणेशोत्सव तो सिर्फ माध्यम है : मनोज छाजेड़
सिद्धि ग्रुप के मनोज छाजेड़ ने कहा कि गणेशोत्सव तो सिर्फ निमित्त मात्र है. मित्रमंडली एक साथ आनी चाहिए यह हमारा उद्देश्य है. इसके लिए हम कई सालों से यह कार्यक्रम आयोजित करते हैं. इसमें मेलमिलाप के साथ विचारों का भी आदान-प्रदान होता है. बातचीत और हंसी-ठहाकों के बीच टेंशन भी कम होता है. अनेक विषयों पर बातचीत होती है. आइडिया शेयरिंग होते हैं. उन्होंने कहा कि पैसा ही सब कुछ नहीं है यह कोरोना ने दिखा दिया है. इसलिए एक-दूसरे के हालचाल पूछना और केयरिंग करने की सबसे ज्यादा जरूरत है. यह पिछले डेढ़ वर्षों में समझ में आया है. दोस्तों को एक-दूसरे से मिलें, बातचीत करें, खिलखिलाकर हंसें और तनावमुक्त रहें. यही हमारा उद्देश्य है.