भारतीय सलामी बल्लेबाज राेहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ साेमवार काे यहां चाैथा टेस्ट मैच जीतने के बाद कहा कि वह जितना हाे सके उतनी देर तक क्रीज पर रहना चाहते थे. इस दिन ओवल के मैदान पर शतक उनके लिए काफी खास था. दूसरी पारी में 127 रन बना कर ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ रहे राेहित ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि दूसरी पारी कितनी महत्वपूर्ण हाेती है. विराट ने बल्लेबाजाें और पूरी टीम की ओर से जिस प्रयास का जिक्र किया वाे बहुत महत्वपूर्ण था. विदेशी जमीन पर यह मेरा पहला शतक था. मैं इस बात काे लेकर बहुत खुश हूं कि मैं टीम काे एक मजबूत स्थिति पर ले जा सका. मेरे दिमाग में शतक नहीं था, हम बल्लेबाजी इकाई पर दबाव से परिचित थे, इसलिए हमने धैर्य रखा और स्थिति के हिसाब से बल्लेबाजी की.
’’सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘‘एक बार बढ़त लेने के बाद हम सिर्फ विपक्षी टीम के गेंदबाजाें पर दबाव बनाना चाहते थे. मैंने टीम के लिए याेगदान देने का प्रयास किया, जाे मेरे लिए महत्वपूर्ण था. मैं पारी की शुरुआत करने का महत्व जानता हूं. मुझे खुशी है कि मैं टीम के लिए कुछ कर पाया. चुनाैती काे स्वीकार करना हमेशा महत्वपूर्ण हाेता है, आगे यह आसान नहीं हाेने वाला है. डरहम में हमारे पास अपने प्रशिक्षण और तकनीक काे देखने के लिए समय था और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद हमारे पास 20-25 दिन थे, जाे सचमुच एक गेम चेंजर है. फिलहाल मेरी चाेट ठीक है.