पुनावले कचरा डिपो की समस्या 15 साल बाद भी बरकरार

26 हेक्टेयर जमीन मंजूर की गई थी ः अब तक 3.57 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं

    03-Oct-2022
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PUNAWLAE
 
 
पिंपरी, 2 अक्टूबर (आ.प्र.)
 
पिंपरी-चिंचवड़ शहर की बढ़ती जनसंख्या से कचरे की समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. कचरा डिपो के लिए 2008 में पुनावले की 26 हेक्टेयर जमीन मंजूर की गई है. ऐसा होते हुए भी पिछले 15 वर्षों से इस जमीन की समस्या हल नहीं हुई है. इस जमीन के लिए मनपा ने 3 करोड़ 57 लाख रुपए अब तक दिए हैं. लेकिन कचरा डिपो की समस्या का हल अभी तक नहीं हुआ है. पिंपरी-चिंचवड़ शहर में हर रोज 1100 टन कचरा पैदा होता है. यह कचरा वर्तमान समय में मोशी स्थित कचरा डिपो में डम्प किया जाता है. गीले कचरे पर प्रक्रिया कर उससे फर्टिलाइजर बनाया जाता है. प्लास्टिक के कचरे से ईंधन बनाया जाता है. मोशी स्थित कचरा डिपो को 1991 में बनाया गया था. यह परिसर करीब 81 एकड़ का है.
अब मोशी के कचरा डिपो की क्षमता लगभग समाप्त होने को है. इसलिए पुनावले में कचरा डिपो बनाने का विचार मनपा द्वारा किया जा रहा है. पुनावले में वनविभाग की 26 हेक्टेयर जमीन मनपा द्वारा ली जा रही है, इसके बदले में मुलशी में वन विभाग को मनपा द्वारा वैकल्पिक जगह दी जाने वाली थी. लेकिन यह जमीन पथरीली होने से वन विभाग ने यह विकल्प नकारा है. पुनावले की जगह पर पेड़ हैं, वहां पर कचरा डिपो बनाने पर पेड़ काटने होंगे. इसलिए वनविभाग को पेड़ लगाने के लिए जगह देनी अनिवार्य है. इसके साथ ही मनपा ने अब तक फॉरेस्ट्री के लिए 3 करोड़ 57 लाख 730 रुपए समय-समय पर खर्च किए हैं. जिलाधिकारी के पास लैंड बैंक होता है. इस लैंड बैंक से वनविभाग को जगह दी जा सकती है. लेकिन जिलाधिकारी, मनपा प्रशासन और वनविभाग के बीच बैठक होने के बाद ही जगह के दूसरे विकल्प पर चर्चा होने की संभावना है.
मनपा ने 2013 में जिलाधिकारी को पुनावले की जमीन कब्जे में देने को लेकर पत्र दिया गया था, यह जानकारी मनपा के नगररचना विभाग के अधिकारियों ने दी. पुनावले में बड़े-बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट बनाए जा रहे हैं. इसलिए यहां की आबादी बढ़ रही है. पुनावले ग्रामीणों और बिल्डरों द्वारा पुनावले में कचरा डिपो बनाने का विरोध किया जा रहा है. इसलिए मनपा प्रशासन कचरा डिपो की जमीन कब्जे में लेने के लिए क्या सचमुच प्रयास किए जाएंगे? और क्या कचरा डिपो शुरू होगा? यह सवाल उठ रहे हैं.