भामा-आसखेड़ डैम के जैकवेल टेंडर प्रक्रिया की जांच कराए

विधायक लक्ष्मण जगताप ने मनपा आयुक्त तथा प्रशासक शेखर सिंह से की मांग

    03-Dec-2022
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JACK
 
 
पिंपरी, 2 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पिंपरी-चिंचवड़ मनपा की ओर से भामा-आसखेड़ डैम के पास जलसिंचाई केंद्र बनाने के टेंडर की प्रक्रिया में हुए भ्रष्टाचार की तुरंत जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करें, यह मांग भाजपा के विधायक लक्ष्मण जगताप ने की है. इस बारे में विधायक जगताप ने मनपा आयुक्त तथा प्रशासक शेखर सिंह को ई-मेल भेजा है. भामा-आसखेड़ प्रोजेक्ट से पानी लाने के लिए जैकवेल बनाया जा रहा है. इसके लिए मनपा ने टेंडर जारी किया था. इस जैकवेल के टेंडर में करीब 30 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है. इसके मद्देनजर विधायक लक्ष्मण जगताप ने मनपा आयुक्त को पत्र भेजकर टेंडर प्रक्रिया की जांच करने की मांग की है.
विधायक लक्ष्मण जगताप ने पत्र में कहा है कि मनपा की ओर से जलसिंचाई प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए 2-3 बार टेंडर जारी किया गया था. संबंधित टेंडर कोई भी नहीं भर सकेगा, इस बात का ध्यान जलापूर्ति विभाग ने रखा था. उसके बाद किसी एक कॉन्ट्रैक्टर के लिए नियम व शर्तों में ढील देकर टेंडर जारी किया गया. मनपा के जलापूर्ति विभाग के वरिष्ठ भ्रष्ट अधिकारियों के मनमाने कामकाज के कारण इस विभाग में टेंडर भरने के चक्कर में नया कॉन्ट्रैक्टर नहीं पड़ता. इससे मनपा का आर्थिक नुकसान होता है. जैकवेल टेंडर की प्रक्रिया भ्रष्ट मार्ग अपनाकर पूरी की जा रही है. प्राथमिक जानकारी के अनुसार टेंडर खुलने से पहले ही 20 से 25 करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है. इसलिए यह टेंडर तुरंत स्थगित किया जाए. इस मामले की तुरंत जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की
 
...अन्यथा कोर्ट में जाने की चेतावनी
 
भामा-आसखेड़ डैम के पास अशुद्ध जलसिंचाई केंद्र (जैकवेल) बनाने के लिए गैरकानूनी और नियमों का उल्लंघन कर टेंडर प्रक्रिया की गई है. इसलिए यह टेंडर तुरंत रद्द कर संबंधित अधिकारियों पर प्रशासनिक और आपराधिक कार्रवाई की जाए. राजनैतिक या अन्य किसी दबाव में भ्रष्ट उद्देश्य से एवं अवैघ तरीके से टेंडर की प्रक्रिया आगे बढ़ाने पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा, यह चेतावनी स्थायी समिति की पूर्व अध्यक्षा सीमा सावले ने दी है.
 
डॉक्यूमेंट्स की जांच विधायक लक्ष्मण जगताप का जैकवेल से संबंधित पत्र प्राप्त हुआ है. टेंडर प्रक्रिया के डॉक्यूमेंट्स की जांच करने की मांग उन्होंने की है.
-श्रीकांत सवणे, जॉइंट सिटी इंजीनियर, जलापूर्ति विभाग