महर्षिनगर, 1 अप्रैल (आ.प्र.)
राज्य के ग्राम विकास मंत्री हसन मुश्रीफ और उनके परिवार के पास 100 करोड़ से ज्यादा की बेनामी संपत्ति है. इन घोटालेबाजों को ठाकरे सरकार शरण देती है. इसी तरह सोमैय्या ने अनिल परब और सरकार के खिलाफ हमला बोला और हसन मुश्रीफ पर फौजदारी कार्रवाई करने की मांगी की. उन्होंने दावा किया कि उनके पास कई सबूत हैं. पूर्व सांसद किरीट सोमय्या ने शुक्रवार की शाम साढ़े चार बजे के करीब सैलिसबरी पार्क स्थित बोधीटावर में आयकर सदन में आ कर अधिकारियों से बातचीत की. इस अवसर पर भाजपा पुणे शहर प्रवक्ता संदीप खर्डेकर, पूर्व नगरसेवक श्रीनाथ भिमाले, डॉ. भरत वैरागे, कविता वैरागे, प्रवीण चोरबेले, गणेश शेरला, निखिल शिलमीकर, राजेंद्र सरदेशपांडे, रमेश बिबवे, मनोज कांबले, सिद्धपा नाटेकर सहित भाजपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे. इन्कम टैक्स अधिकारियों से बातचीत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सांसद किरीट सोमैय्या ने कहा कि ग्राम विकास मंत्री हसन मुश्रीफ के पास 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति कहां से आई? इसकी जांच की जाए. यही हमारी मांग है. इन्कम टैक्स अधिकारियों को हमने हसन मुश्रीफ की बेनामी प्रॉपर्टी की लिस्ट सौंपी है. हसन मुश्रीफ के खिलाफ फौजदारी प्रक्रिया भी दर्ज कराई है. इस वजह से हसन मुश्रीफ पर ठाकरे सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए
* सोमैय्या के विरोध में राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की
पूर्व सांसद किरीट सोमैय्या इन्कम टैक्स ऑफिस में अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे. उसी दौरान बाहर राष्ट्रवादी के दो कार्यकर्ताओं ने पार्टी का झंडा लेकर नारेबाजी करते हुए आयकर सदन के गेट में अंदर जाने का प्रयास किया. केंद्र की केंद्र सरकार और किरीट सोमैय्या हाय-हाय के नारे लगाए. पुलिस ने दोनों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. इनके नाम दिनेश खराडे और अर्जुन गांजे है.