वड़गाव शेरी, 12 मई (आ.प्र.)
तेरापंथ के ग्यारहवें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी का 61वां जन्म दिवस, 13वां पटोत्सव व सृष्टि पूर्ति व युगप्रदान अलंकरण समारोह हाल ही में संपन्न हुआ. इस उपलक्ष्य में साध्वी श्री काव्य लता जी के सानिध्य में वर्धमान स्थानकवासी श्री संघ के स्थानक पर आनंद समवसरण में मनाया गया. तेरापंथ महिला मंडल के बहनों द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण द्वारा की गई. वर्धमान श्री संघ के अध्यक्ष शान्तिलाल बोरा ने आचार्य महाश्रमण जी को जैन धर्म का प्रभावक आचार्य बताते हुए सभी का स्वागत किया. साध्वी श्री ज्योतियशा जी ने कार्यक्रम का संचालन किया.
साध्वी श्री सुरभि प्रभाजी ने सुमधुर गीत का गायन कर पूरी सभा को भाव विभोर कर दिया. तेरापंथ महिला मण्डल की अध्यक्षा पुष्पा कटारिया, सरला नाहरा, युवक परिषद की और से विनयश्यामसुखा, कन्या मण्डल की ओर से दीप शिखा सेठिया, स्थानकवासी संघ के मंत्री आशीष वोहर ने अपनी श्रद्धाभक्ति प्रस्तुत की. आभार ज्ञापन मति वर्षानाहटा ने किया. यह जानकारी तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्ष पुष्पा महावीर कटारिया ने दी.
मानवता के महानायक का जन्म दिवस साध्वी श्री काव्यलता जी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा, आज हम मानवता के महानायक का जन्म दिवस समारोह के रूप में मना रहे हैं. वे करुणा, श्रमशीलता और विनम्रता जैसे उदात्त गुणों के धारक हैं. आचार्यप्रवर के व्यक्तित्व ने वेिशक्षितिज को मानव कल्याणकारी आलोक से परिपूर्ण किया है. जिनके नेतृत्व ने आत्मीय अनुशासन के आधार पर जन-जन के हृदय को बदला है.