पिंपरी/ मुंबई 16 अगस्त (आ.प्र.)
राज्य सरकार ने मंगलवार को कई आईएएस अधिकारियो के तबादलों के आदेश जारी किए है. इस पिंपरी-चिंचवड़ के मनपा आयुक्त के रूप में शेखर सिंह को नियुक्त किया गया है. इनके अलावा एमटीडीसी (महाराष्ट्र टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) की एमडी जयश्री भोज को महाराष्ट्र इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन का एमडी बनाया गया है. पिंपरी-चिंंचवड़ के मनपा आयुक्त राजेश पाटिल को एमटीडीसी का एमडी बनाया गया है.
इसी तरह हॉफकिन बायोफार्मा कार्पोरेशन मुंबई के एमडी मदन नागरगोंजे को लोकशाहिर अण्णाभाऊ साठे डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन का एमडी बनाया गया तथा सुमन चंद्रा को हॉफकिन बायो फार्मा कार्पोरेशन की एमडी बनाया गया है. राजेश पाटिल के तबादले के बारे में चर्चा है कि उनका ट्रांसफर समय से पूर्व हो गया. कई कारणों से आयुक्त पाटिल का डेढ़ वर्ष का कार्यकाल चर्चित रहा और वह स्वयं भी विवादों में रहे. इनकी जगह शेखर सिंह को नियुक्त किया गया है. ऐसा माना जा रहा था कि सरकार बदलते ही पाटिल का ट्रांसफर हो जाएगा. आखिरकार मंगलवार को उनके ट्रांसफर का आदेश मनपा में आ गया. राजेश पाटिल उड़ीसा कैडर के 2005 बैच के आईएएस हैं.
वह इंटर स्टेट डेपुटेशन पर 19 फरवरी 2021 को पिंपरी- चिंचवड आयुक्त बने थे. राजेश पाटिल महाराष्ट्र में डेपुटेशन पर 5 सालों के लिए आए ह्ैं. तत्कालीन महा विकास आघाडी सरकार के समय उनकी नियुक्ति की गई थी. उनकी नियुक्ति होते ही जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से विवाद होने लगे थे. उनसे मिलने के लिए नगर सेवकों को भी लाइन में लगना पड़ता था. उन्होंने पार्किंग पॉलिसी शुरू की थी, लेकिन असल में उसका पालन नहीं हो सका. उनका अधिक जोर शहर की साजसज्ज् ाा में ही था. आयुक्त पाटिल नागरिकों से नहीं मिलते थे. उन्होंने तत्कालीन बीजेपी नगर सेविका आशा शेंडगे को त्यौहारों के दिनों में जेल में डाल दिया था. आयुक्त पाटिल पर आरोप लगता रहा है कि वह राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता अजीत पवार के अनुसार कामकाज करते थे. बीजेपी ने हमेशा ही आयुक्त पाटिल की कार्यशैली पर प्रश्न उठाए हैं.