बावधन, 27 अगस्त (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
फिशिंग ई-मेल, अज्ञात लिंक, स्पूफिंग, मॉर्फिंग, नकली कॉल, संदेशों सहित कृत्रिम बुद्धिमत्ता की मदद से इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की निगरानी करके साइबर अपराध किए जाते हैं. साइबर अपराधों से बचने के लिए अपनी निजी जानकारी, ओटीपी, एटीएम पिन दूसरों के साथ साझा न करें. सावधानी और अपने खातों को सुरक्षित पासवर्ड रखना ही साइबर अपराध को रोकने का सबसे अच्छा रास्ता है. यह सलाह क्राइम ब्रांच के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीवाईएसपी) चंद्रशेखर सावंत ने दी. ‘साइबर अपराध : जागरूकता और निवारक उपाय` विषय पर आयोजित व्याख्यान में सावंत बोल रहे थे.

‘आजादी का अमृत महोत्सव` के अवसर पर सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स द्वारा संचालित सूर्यदत्त इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइबर सिक्योरिटी (डखखउड) द्वारा इस व्याख्यान का आयोजन किया गया. चंद्रशेखर सावंत को प्रशासनिक सेवाओं और साइबर अपराध जागरूकता के लिए किए हुए कार्यों का सम्मान करते हुए ‘सूर्यभूषण राष्ट्रीय पुरस्कार 2022` से सम्मानित किया गया. सूर्यदत्त के संस्थापक अध्यक्ष प्रो.डॉ. संजय चोरडिया, उपाध्यक्ष सुषमा चोरडिया, प्रो. अंजली मुलीक, प्रो. प्रशांत पितालिया, सायली देशपांडे आदि उपस्थित थे.
इस व्याख्यान में स्कूल, कॉलेज के छात्र, शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों, माता- पिता, वरिष्ठ नागरिक, हितधारक सहित लगभग 1,000 से अधिक लोग उपस्थित थे. प्रो. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा, सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के तहत साइबर सुरक्षा और डेटा विज्ञान में तीन वर्षीय बीएससी पाठ्यक्रम चलाने वाला सूर्यदत्त पहला संस्थान है. वर्तमान में 150 छात्र इस पाठ्यक्रम का अध्ययन कर रहे हैं.