87.30 किलाे वजन वाले सुधीर ने रैक हाइट 14 के साथ पहले प्रयास में 208 किलाे वजन उठाया. वहीं, दूसरे प्रयास में उन्हाेंने 212 किलाे वजन उठाया. 212 किलाे वजन की लिफ्ट के साथ सुधीर ने नया गेम्स रिकाॅर्ड भी कायम किया. अपने आखिरी अटैम्प्ट में सुधीर 217 किलाे वजन उठाने में नाकाम रहे. 134.5 पाॅइंट्स लेकर सुधीर टाॅप पर रहे और स्वर्ण पदक अपने नाम किया.
यह भारत के लिए बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलाें में छठा स्वर्ण पदक है. इससे पहले वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू, जेरेमी लालनिरुंगा और अचिंता शेउली स्वर्ण जीत चुके हैं. वहीं, महिला लाॅन बाॅल टीम और पुरुष टेबल टेनिस टीम ने भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. भारत के लिए यह कुल 20वां पदक रहा.
इनमें छह स्वर्ण, सात रजत और सात कांस्य पदक शामिल हैं. 27 साल के सुधीर ने स्वर्ण पदक के साथ बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलाें में भारत के लिए पैरा खेलाें में पदकाें का खाता खाेला. मेन्स हेवीवेट कैटेगरी में सुधीर के बाद नाइजीरिया के इकेचुकु क्रिस्टियन ओबिचुकु ने 133.6 अंकाें के साथ रजत पदक जीता, जबकि स्काॅटलैंड के मिकी यूल ने 130.9 अंकाें के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया.सुधीर ने इससे पहले इसी साल जून में दक्षिण काेरिया में विश्व पैरा पावरलिफ्टिंग एशिया-ओशिनिया ओपन चैंपियनशिप में पुरुषाें के 88 किग्रा भारवर्ग में 214 किलाेग्राम की सर्वश्रेष्ठ लिफ्ट के साथ कांस्य पदक जीता था. सुधीर ने साथ ही 2022 हांग्झू एशियाई पैरा खेलाें के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है. गुरुवार काे ही पैरा पावरलिफ्टिंग के अन्य इवेंट्स में भारत काे निराशा हाथ लगी. महिला लाइटवेट फाइनल में मनप्रीत काैर चाैथे स्थान पर और सकीना खातून पांचवें स्थान पर रहीं.