चश्‍मा हटाने की विश्‍व की आधुनिकतम भारत की प्रथम स्माइल प्रो तकनीक का उद्घाटन

05 Sep 2022 12:30:49
 
casma
 
 
  
डॉ. वीरेंद्र लेजर, फेको सर्जरी सेंटर आई हॉस्पिटल
Vision Tower, Drishti Path, Behind Toyota
Showroom, Tonk Road, Gandhi Nagar,
Jaipur.
www.newperfectvision.com
e-mail : drvlpsc2010@gmail.com
संपर्क : 0141-2707580 / 81 / 82,
9829017147, 9314017151
 
जयपुर, 3 सितंबर (वि.प्र.)
 
लेसर द्वारा चश्‍मा हटाना 25 साल से उपलब्ध है. लेजर तकनीक में लगातार सुधार हो रहा है जिससे कि इसे और सुरक्षित, सफल और ज्यादातर लोगों में तकनीक को काम में ले सकें, इसी क्रम में विश्‍व की आधुनिकतम तकनीक स्माइल प्रो (SMILE PRO) का विकास हुआ है, इस स्माइल प्रो तकनीकी का डॉ. वीरेंद्र में लेजर, फेको सर्जरी सेंटर में उद्घाटन किया गया. स्माइल प्रो के लिए ये मशीन, विस्मैक्स 800 (Visumax-800) भारत ही नहीं बल्कि सार्क देशों में भी पहली है. स्माइल प्रो तकनीक से कॉर्निया में फ्लैप बनाने की जरूरत नहीं है इस तकनीक में किसी भी नंबर का चश्‍मा कॉर्निया के अंदर ही 8 सेकंड में लेजर करके, 2 मिलीमीटर से चश्‍मे के नंबर को निकाला जा सकता है. इस तकनीक में उपचार के दौरान मरीज की आंख का सही जगह पर लेजर होने के लिए सेंंटरलाइन एवं ऑक्यूलिन सॉफ्टवेयर है जो परिणाम को ज्यादा सटीक, एकदम सही रखता है. आठ सेकंड में लेसर होने से यह मरीज के लिए आरामदायक है और बिना तकलीफ के एक बार में ही लेजर को पूरा करने के लिए अच्छा हो. उद्घाटन के मुख्य अतिथि डॉ. सुधीर भंडारी, उप- कुलपति, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान वेिशविद्यालय, जयपुर (Vice-Chancellor, Rajasthan University of Health Sciences, Jaipur) ने अपने उद्बोधन में इसे राजस्थान ही नहीं देश के सभी मरिजों के लिए काफी लाभदायक एवं उपयोगी बताया उन्होंने कहा कि विश्‍व की आधुनिकतम लेजर की शुरुआत हमारे जयपुर शहर से हो रही है.
यह बहुत ही गौरव की बात है. इस तरह की तकनीकी प्रगति जयपुर को चिकित्सा जगत में एक नए मुकाम पर ले जाएगी, साथ ही उन्होंने नवीनतम क्लारस 700 (Clarus-700) नॉन मायड्रिटिक फंड से कैमरा (Non Mydriatic Funds Camera) एवं सिरस 6000 एंजियो ओ सी टी (Cirrus 6000 Angio OCT-OCTA) राजस्थान की प्रथम आदि का भी उद्घाटन किया. ये दोनों मशीनें रेटिना की विस्तार से आंख की पुतली फैलाये बिना जांच करने में सक्षम हैं जिससे मधुमेह से पर्दे में होने वाले बदलाव, खराबी बड़ी उमर के साथ होने वाली परदों एवं आंख की नसों की बीमारी, काला पानी, परदो में खून का दौरा रुक जाना आदि सब बीमारों के लिए वरदान साबित होंगी. इस अवसर पर डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि भारत में 15%-20% व्यक्तियों में मधुमेह रोग पाया जाता है इस तरह आंख के परदे की जांच सुविधा उनके इलाज में काफी लाभदायक होगी. इस प्रसार की आधुनिक तकनीकों का निजी चिकित्सक में उपलब्ध होना बहुत ही गर्व की बात है.
भविष्य में अन्य चिकित्सक भी इनका अनुसरण करेंगे. डॉ. वीरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि हम लगातार प्रदेशवासियों को नवीनतम, सुरक्षित नेत्र चिकित्सा को उचित दर पर उपलब्ध कराने के लिए नई तकनीकों एवं मशीनों को उपलब्ध कराने के प्रयास में आप सभी के सहयोग से कटिबद्ध और सफल हैं.
डॉ. वीरेंद्र लेजर फेको सर्जरी सेंटर राज्य का सबसे वेिशसनीय नेत्र चिकित्सा हॉस्पिटल है. हमें बात का सकून एवं गर्व है कि निरंतर रूप से आधुनिक नेत्र चिकित्सा उपचार एवं निदान सुविधाओं को हर बार प्रदेशवासियों को डॉ. वीरेंद्र लेजर फेको सर्जरी सेंटर ही प्रदान करने में सफल रहा है. डॉ. वीरेंद्र अग्रवाल एवं डॉ. अनीता अग्रवाल राज्य में गत 23 वर्षों से लेजर द्वारा चश्‍मा हटाने एवं निरंतर उन्नत तकनीक का उपयोग कर रहे हैं. डॉ. वीरेंद्र लेजर फेंको सर्जरी सेंटर मोतियाबिंद एवं चश्‍मे हटाने के लिए लेजर सुविधा (ब्लेड के बिना) एवं विशिष्ट लेंस प्रत्यारोपण द्वारा मोतियाबिंद मरीजों को बिना चश्‍मे दूर एवं पास की साफ दृष्टि प्रदान करने का एक वेिशसनीय एवं प्रख्यात नेत्र चिकित्सालय है. इस अवसर पर डॉ. पी.के. माथुर, डॉ. अमित मिश्रा ने भी उद्बोधन दिया, एवं डॉ. नेहा पाठक ने मंच संचालन किया इस अवसर पर शहर के कई सम्मानीय चिकित्सक एवं गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे.
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