11उद्याेग मंडल FICCI ने सरकार से आगामी आम बजट में घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर काे समाप्त करने की मांग की है. उद्याेग मंडल ने कहा है कि, इस तरह का कर निवेश आधारित तेल एवं गैस खाेज क्षेत्र काे बुरी तरह प्रभावित कर रहा है. उद्याेग मंडल ने आम बजट के लिए सरकार काे दी सिफारिशाें में यह मांग की है.देश ने पहली बार पिछले साल एक जुलाई काे अप्रत्याशित लाभ कर लगाया था. इसके साथ भारत उन देशाें में शामिल हाे गया था जाे ऊर्जा कंपनियाें के सामान्य से अधिक मुनाफे पर कर लगाते हैं. उस समय घरेलू कच्चे तेल पर 23,250 रुपये प्रति टन (40 डाॅलर प्रति बैरल) का अप्रत्याशित लाभ कर लगाया गया था.
पेट्राेल, डीजल और विमान ईंधन एटीएफ के निर्यात पर भी नया कर लगाया गया है. प्रत्येक पखवाड़े में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमताें के आधार पर इसकी समीक्षा की जाती है.उद्याेग मंडल फिक्की ने बजट के लिए अपनी सिफारिशाें में कहा है कि, इस तरह का कर अन्य सभी माैजूदा शुल्काें के अतिरिक्त है. फिक्की ने कहा कि, पेट्राेलियम कच्चे तेल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (एसएईडी) काे हटा दिया जाना चाहिए या यदि असाधारण उपाय के रूप में कुछ समय के लिए इसे जारी रखने की आवश्यकता है, ताे इसकी दर काे सीमित किया जाना चाहिए.