अब टी-20 विश्व कप पर शेफाली वर्मा की नज़र

    31-Jan-2023
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T-20 
भारत की विस्फाेटक सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने अंडर-19 महिला विश्व कप जीतने के बाद अगले महीने हाेने वाले सीनियर महिलाओं के टी-20 विश्व कप पर नज़र जमा ली है. भारत ने शेफाली की कप्तानी में रविवार काे फाइनल में इंग्लैंड काे सात विकेट से हराकर पहला अंडर-19 महिला टी-20 विश्व कप अपने नाम किया. शेफाली ने जीत के बाद कहा कि ‘‘यह सिर्फ शुरुआत है’’ और वह इस आत्मविश्वास का इस्तेमाल सीनियर महिला टी-20 विश्व कप जीतने के लिये करना चाहेंगी. शेफाली ने फाइनल के बाद कहा, मैं ऐसी व्यक्ति हूं जाे सामने माैजूद काम पर ध्यान देती है. जब मैं अंडर-19 विश्व कप में आई तब मैंने सारा ध्यान कप जीतने पर केंद्रित किया और आज हमने यह जीत लिया. मैं इस आत्मविश्वास काे अपने साथ लेकर सीनियर विश्व कप जीतना चाहूंगी.
 
शेफाली के साथ-साथ अंडर-19 विश्व विजेता टीम से ऋचा घाेष भी सीनियर टीम में शामिल हाेंगी और 10 फरवरी से केपटाउन में शुरू हाेने वाले टी-20 विश्व कप में हिस्सा लेंगी. अपने शुरुआती दाे मैचाें में 45 और 78 के स्काेर बनाने के बाद शेफाली टूर्नामेंट के अगले चार मैचाें में सिर्फ 34 रन जाेड़ सकीं. फाइनल में भी शेफाली ने सिर्फ 15 रन बनाये, और कुछ देर बाद उनकी साथी ओपनर श्वेता सेहरावत भी मात्र पांच रन के स्काेर पर पवेलियन लाैट गयीं.इंग्लैंड इससे पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 99 रन के स्काेर का बचाव करने में सफल रही थी, लेकिन फाॅर्म में चल रहे दाेनाें ओपनर 20 रन के स्काेर पर गंवाने के बाद भी भारतीय टीम ने दबाव नहीं लिया और 14 ओवर में 69 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया. शेफाली ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर कहा, मैंने पहली बार कप्तानी की है.
 
मैंने बताैर युवा भी टीम की कमान संभाली है लेकिन यह एक बड़ा मंच है और यहां काफी कुछ अलग है. मैंने इससे बहुत कुछ सीखा है. अपने खिलाड़ियाें काे जानना और उनकी क्षमताओं काे समझना महत्वपूर्ण रहा. शायद पूरे टूर्नामेंट के दाैरान मैं यह करने में सफल रही. उन्हाेंने कहा, मैं शब्दाें में बयान नहीं कर सकती लेकिन पूरी टीम का शुक्रिया. जिस तरह उन्हाेंने एक दूसरे का साथ दिया और समर्थन किया, मैं इनकाे याद करने वाली हूं. शेफाली ने तीन साल पहले मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर टी-20 महिला विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथाें मिली हार के दुख का भी उल्लेख किया. उन्हाेंने कहा, मैंने इसे काबू करना चाहा लेकिन मैं नहीं कर सकी. मैं इसे एक बड़ी उपलब्धि मानूंगी और इससे कुछ सीखने की काेशिश करूंगी. मैं भारत के लिये और रन बनाने की काेशिश करूंगी. मुझे इस कप से संतुष्ट नहीं हाेना है. यह ताे बस शुरुआत ह.